‘नवीनता के साक्षी रहे हैं कृष्ण’
चंडीगढ़, 30 अगस्त (ट्रिन्यू)
कृष्ण-राधा का रूप नवीनता का साक्षी है। उनके ये रूप जहां प्रसन्नता देते हैं वहीं इस बात को भी प्रतिस्थापित करते हैं कि अपनी खुशी के लिए सजधज कर रहने में क्या बुराई है। यह बात चंडीगढ़ के सेक्टर 9 स्थित क्लियोपेट्रा मेकअप सेंटर में जन्माष्टमी पर्व के लिए राधा-कृष्ण बने कलाकारों ने कही। सोमवार को यहां उन्होंने कृष्ण, राधा, रुक्मणि एवं गोपियों का रूप रखकर भक्तिमय कार्यक्रम पेश किए। इस दौरान क्लियोपेट्रा की रिचा ने कहा कि आज हम फिल्मों में भी देखते हैं कि कलाकार उसी तरह के कास्ट्यूम का इस्तेमाल करते हैं जैसी परिकल्पना राधा-कृष्ण के संबंध में की गयी थी। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण, राधा और रुक्मिणी के रूप में आए ये कलाकार इसी बात को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि तन और मन से सुंदर बनिये और प्रसन्न रहिए। फैशन पाइंट निर्वाण के तहत इस कार्यक्रम में यही बताया गया है कि कैसे आज इस्तेमाल हो रहीं सौंदर्य चीजों के डिजाइन की परिकल्पना हमारे ईष्ट रूपों में भी की गयी थी।