छुड़ानी गांव में 300 एकड़ धान की फसल डूबी
बहादुरगढ़, 17 अगस्त (निस)
गांव छुड़ानी में 300 एकड़ में खड़ी धान की फसल पानी में डूब गई है। धान की फसल लगाने और खेतों को तैयार करने में किसानों ने लाखों रुपए भी खर्च दिए। लेकिन अब फसल की बर्बादी से किसान भी बर्बाद हो रहा है। किसानों ने सिंचाई विभाग की लापरवाही को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। किसानों ने मुआवजे के साथ सिंचाई विभाग के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।गांव की फसल को बाढ़ से बचाने के लिए मातन लिंक ड्रेन का भी निर्माण करवाया गया था लेकिन बंधाई की नहर का निर्माण खुदाई करके किया गया और उसे भी सही से नही बनाया गया। ऊपर से साथ लगते खरमाण, रिवाड़ी खेड़ा और दूसरे गांवों का बरसाती पानी भी छुड़ानी में आकर जमा हो गया। जिसकी निकासी के लिए सिंचाई विभाग ने मोटर तो लगाई लेकिन उनके स्टार्टर और पैनल लगाना भूल गई जिसके कारण खेतों के पानी की निकासी के लिए लगाई गई मोटरें बंद पड़ी हैं। इसके कारण खेतों में खड़ी फसल पानी में डूब गई है। किसान सोहन, अजीत सिंह और लाला ने बताया कि गांव के किसानों का करोड़ों का नुकसान हो चुका है लेकिन सिंचाई विभाग सिर्फ कागजों पर काम करता रहता है।