इफको चौक मेट्रो के पास करंट से 3 लोगों की मौत
गुरुग्राम, 1 अगस्त (हप्र)
मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में व्यस्त इफको चौक मेट्रो स्टेशन पर बरसात के बीच करंट लगने से तीन लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक व्यक्ति कंपनी में क्वालिटी इंजीनियर था। मेट्रो स्टेशन के पास खुली तारों से उन्हें करंट लगने की बात कही जा रही है। इस घटना पर लोगों ने बिजली विभाग को जमकर कोसा। समाचार लिखे जाने तक कोई पुलिस केस दर्ज नहीं हुआ था।
जानकारी के अनुसार इफको चौक मेट्रो स्टेशन के पास बुधवार की रात को हुई बरसात से पानी भरा हुआ था। वहां से इफको चौक मेट्रो स्टेशन पार करके 3 लोग अपने घर लौट रहे थे। वहां फुटपाथ किनारे स्ट्रीट लाइट की खुली तारें थी। उन तारों की चपेट में तीनों लोग आ गए और करंट से तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने तेज हवा व बरसात में एक पेड़ टूटकर गिरने व हाइटेंशन लाइन टूटने को हादसे का कारण बताया।
मृतकों में जयपाल निवासी नांगल चौधरी, जिला महेंद्रगढ़ कोरिया की कंपनी में ड्राइवर था। अन्य दो मृतक यूपी के सुल्तानपुर के रहने वाले थे। उनमें वसी उजमा मल्होत्रा केबल कंपनी, मानेसर आईएमटी में क्वालिटी इंजीनियर था। उनके परिजनों का आरोप है कि सड़क किनारे बिजली की खुली तारें बिजली विभाग की लापरवाही को दर्शा रहा है। मृतकों के परिजनों ने बिजली निगम, पुलिस व प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए मुआवजा व कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
सरकार बताए किसकी लापरवाही : पंकज डावर
कांग्रेस नेता पंकज डावर ने भाजपा सरकार से सवाल किया कि इन मौतों के पीछे किसकी लापरवाही है। पंकज डावर ने कहा कि कितनी हैरानी की बात है कि बारिश के दौरान रात 9 बजे घटना घटती है, तीन लोगों का शव 4 घंटे तक पानी में डूबे रहते हैं। सूचना मिलते के 4 घंटे बाद पुलिस शव को बाहर निकालने की कार्रवाई करती है। पंकज डावर ने बताया कि स्ट्रीट लाइट के बगल में खुली तारें पड़ी थी, जब जलभराव हुआ तो उधर से गुजरने वाले ये तीनों व्यक्ति उसकी चपेट में आए। शहर में जितने भी बिजली के खंभे हैं सबके पास इसी तरह की लापरवाही देखी जा सकती है। हर महीनों हजारों करोड़ बिजली विभाग राजस्व वसूलता है, जिसमें सैकड़ों करोड़ तो सुरक्षा व्यवस्थाओं पर खर्च करता है, बावजूद शहर के ये हालात हैं कि बीती रात जब से बारिश शुरू हुई आधे शहर में पूरी रात बिजली गुल रही। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार को इन तीनों मौतों पर अपना जवाब देना चाहिए। उनकी मांग है कि जिन लोगों ने जान गंवायी है उनके परिवारों को उचित मुआवजा मिलना चाहिए।