अस्पताल में 3 और की मौत, मरने वालों की संख्या 8 हुई
चंडीगढ़/संगरूर, 21 मार्च (एजेंसी/निस)
संगरूर में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से तीन और लोगों की मौत होने के साथ इस घटना में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि पुलिस ने मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है और शराब बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला इथेनॉल एवं कच्चा माल बरामद किया। पुलिस ने बुधवार को बताया था कि जहरीली शराब पीने
से पांच लोगों की मौत हो गई है और कुछ अन्य का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि पटियाला स्थित राजेंद्रा अस्पताल में भर्ती लोगों में से तीन ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर आठ हो गई है। उन्होंने बताया कि 12 अन्य का अब भी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस बीच, विशेष पुलिस महानिदेशक अर्पित शुक्ला ने बताया कि मामले में चौथे आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसकी पहचान पटियाला निवासी हरमनप्रीत सिंह के तौर पर की हुई है। मामले में तीन अन्य सुखविंदर सिंह, मनप्रीत सिंह और गुरलाल सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इस बीच, पुलिस ने 200 लीटर इथेनॉल, शराब की 156 बोतल, लेबल वाली 130 अन्य बोतल जिनमें नकली शराब होने की आशंका हैं, बिना लेबल वाली नकली शराब की 80 बोतलें, 4,500 खाली बोतलें और एक बॉटलिंग मशीन आदि बरामद कीं। पुलिस ने बताया कि चार लोगों की गिरफ्तारी के साथ उसने एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर इलाके में नकली शराब बेचने का धंधा शुरू किया था। पुलिस ने एक बयान में कहा कि गिरोह मतदाताओं को लुभाकर चुनाव को प्रभावित कर सकता था। संगरूर के सिविल सर्जन कृपाल सिंह ने पुष्टि की कि घटना में अब तक कुल आठ लोगों की मौत हो गई है।
आबकारी मंत्री त्यागपत्र दें : परमिंदर ढींडसा
शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री परमिंदर सिंह ढींडसा ने गुजरां गांव में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से हुई आठ मौतों पर राज्य की भगवंत मान सरकार को घेरा है। ढींडसा ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार ईमानदार सरकार होने का दावा करती है, लेकिन आबकारी मंत्री हरपाल सिंह चीमा और मुख्यमंत्री भगवंत मान के पैतृक जिले में हुई दर्दनाक घटना ने सरकार की ईमानदारी और गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि आबकारी मंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मामले में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए ।