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ऑनलाइन ठगी के 3 मामले, आरोपियों पर केस दर्ज

08:38 AM Apr 05, 2024 IST
ऑनलाइन ठगी के 3 मामले  आरोपियों पर केस दर्ज
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चरखी दादरी, 4 अप्रैल (हप्र)
जिले में साइबर अपराधियों ने तीन लोगों को अलग-अलग ढंग से अपना निशाना बनाया है। अपराधियों ने एक व्यक्ति को पैन-पैंसिल पैकिंग का काम देने के नाम पर 105550 रुपये की चपत लगाई है। वहीं एक व्यक्ति को न्यूड व्हाट्सएप वीडियो कॉल कर उसका वीडियो रिकॉर्ड कर 29250 रुपये ऐंठने का मामला सामने आया है। इसके अलावा एक ठग ने अपने आप को सीआरपीएफ का जवान बताकर ट्रांसफर होने पर घरेलू सामान कम दामों में बेचने का झांसा देकर 35 हजार रुपये का चूना लगा दिया। गांव काकड़ौली सरदारा निवासी रामबिलास ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी का काम करता है। बीते 1 अप्रैल को उसके पास एक फोन आया जिसमें सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह दिल्ली के महालक्ष्मी बाग से संदीप बोल रहा है। उसने आरोपी के झांसे में आकर 105550 रुपये उसके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए। वहीं गांव खोरड़ा निवासी प्रदीप ने पुलिस को बताया कि उसे 29 मार्च को व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें एक लड़की अश्लील तरीके से उससे बात कर रही थी। इसके बाद उसे एक अन्य कॉल आई, जिसमें किसी ने कहा कि वह क्राइम ब्रांच से बात कर रहा है और उसके तीन वीडियो यू-ट्यूब पर वायरल हो रहे हैं। जिन्हें हटवाने के लिए उसने कॉल की तो सामने वाले ने वीडियो हटवाने के लिए 11 हजार 500 रुपये फीस बताई। उसने 9750 रुपये भेज दिये। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उससे बार-बार रुपये मांगे गए और उसे डराया धमकाया। इस तरह से उसने तीन बार में कुल 29250 रुपये भेज दिये।

खुद को सीआरपीएफ जवान बता कर की धोखाधड़ी

जिले के गांव सातौर निवासी एक व्यक्ति को किसी अज्ञात ने खुद को सीआरपीएफ का जवान बताकर व उसका ट्रांसफर होने पर घरेलू सामान बेचने का झांसा देकर 35 हजार रुपये की चपत लगा दी। जयप्रकाश ने बताया कि 29 मार्च को उसके पास एक फोन आया। फोन करने वाले कहा कि वह सीआरपीएफ से आशीष बोल रहा है। उसकी ट्रांसफर मुंबई हो गई है और वह अपना घरेलू सामान बेच रहा है। उसने कहा कि कुछ रुपये अभी उसके पास ऑनलाइन ट्रांसफर कर दो और अपना एड्रेस भेज दो बाकी रुपये सामान मिलने पर दे देना। शिकायतकर्ता ने उसके पास 35 हजार रुपये भेज दिए। जयप्रकाश ने बताया कि कुछ देर बाद उसी व्यक्ति ने दोबारा फोन किया और कहा कि सामान की गाड़ी को चैक करके रोक लिया गया है, बाकी रुपये भेजो ताकि समय पर सामान की डिलीवरी हो सके। इसके बाद उसे शक हुआ कि उसके साथ फ्रॉड हुआ है। पुलिस ने सभी मामलों में केस दर्ज कर जांच शुरू की है।

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