25 दिन बाद भी नहीं हुआ बागोत के युवक का अंतिम संस्कार
कनीना, 7 जनवरी (निस) : कनीना खंड के गांव बागोत में निवासी 26 वर्षीय युवक मोहित द्वारा 13 दिसंबर, 2024 को फंदा लगाकर आत्महत्या करने के 25 दिन बाद मृतक के पिता कैलाश चंद ने मंगलवार को पत्रकार सम्मेलन आयोजित किया। बागोत गांव में अपने घर पर आयोजित इस सम्मेेलन में पत्रकारों के सामने उन्होंने विभिन्न पहलू रखे। उन्होंने कहा कि जब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं होती तब तक वह अपने पुत्र का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
उन्होंने एक केंद्रीय मंत्री पर पूर्व मंत्री को बचाने के आरोप लगाए। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री से उम्मीद जताते हुए न्याय की गुहार लगाई है, साथ ही कहा है कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह सात दिन बाद सपरिवार जंगल में निकल जाएंगे तथा वापस लौटकर नहीं आएंगे। मृतक की माता ने कहा कि दो दिन में केस दर्ज नहीं होता है तो वह अपनी जीवनलीला समाप्त कर लेंगी। इसके अलावा कैलाशचंद ने कहा कि वह परिवार को बचाने के मूड में है।
इधर शव का 14 दिसंबर को पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा दिया था। उसके बाद पिछले 25 दिन से शव एसडीएच कनीना के फ्रीजर में रखा हुआ है। प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि उनके जीवन में पहली बार ऐसा मामला सामने आया है कि वारिस होते हुए भी मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया जा रहा है, अन्यथा लावारिश अवस्था में मिलने वाले शव का 72 घंटे बाद प्रशासन द्वारा ससम्मान अंतिम संस्कार करवा दिया जाता है।
मृतक के पिता कैलाशचंद 8 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं, जबकि पुलिस प्रशासन इस संदर्भ में साक्ष्य उपलब्ध करवाने को कह रहा है।