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210 जेबीटी शिक्षक संदेह के घेरे में, हुड्डा सरकार में हुए थे भर्ती

10:57 AM Nov 15, 2023 IST

चंडीगढ़, 14 नवंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के 210 जेबीटी यानी जूनियर बेसिक ट्रेंड शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटकी है। इन शिक्षकों की नियुक्ति संदेह के घेरे में हैं। इनकी ओएमआर शीट का मिलान नहीं हो पा रहा है। वैज्ञानिक जांच में इसका खुलासा हुआ है। ऐसे में सरकार ने इन सभी संदिग्ध शिक्षकों की फिजिकल वेरिफिकेशन करवाने का निर्णय लिया है। बुधवार से पंचकूला में इन शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच शुरू होगी।
संयुक्त टीम का गठन
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग तथा मौलिक शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम का गठन किया है। इस टीम ने सभी 210 शिक्षकों को फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए बुलाया है। फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) तथा राज्य अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एससीआरबी) द्वारा हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी एचटेट की ओएमआर शीट की जांच में गड़बड़ मिली है। यहां बता दें कि विज्ञापन क्रमांक 4/2009 तथा 02/2012 के तहत चयनित उन सभी अध्यापकों की फिजिकल वेरिफिकेशन होगी, जिनकी एचटेट ओएमआर सीट जांच में संदिग्ध मिली।

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पुन: फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए बुलाया

विज्ञापन क्रमांक 4/2009 के 133 अध्यापकों, विज्ञापन क्रमांक 2/2012 के 37 तथा विज्ञापन क्रमांक 4/2009 के 40 अध्यापकों को पुनः फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए पंचकूला बुलाया है। 15 नवंबर को 70, 16 नवंबर को 63 और 17 नवंबर को 77 शिक्षकों की फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए बुलाया है।

मौलिक शिक्षा निदेशक ने दिए निर्देश

मौलिक शिक्षा निदेशक की ओर से सभी जिलों के मौलिक शिक्षा अधिकारियों को इस संदर्भ में निर्देश दिए हैं। उन्हें कहा है कि वे अपने जिले से संबंधित जेबीटी अध्यापकों को निर्धारित समय पर आधार कार्ड या अन्य आईडी प्रूफ सहित उत्कर्ष सोसायटी पंचकूला में सुबह साढ़े नौ बजे उपस्थित रहें।
यदि किसी अध्यापक का दूसरे जिले में स्थानांतरण हो चुका है तो वहां के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को सूचित कर सुनिश्चित करेंगे कि सभी अध्यापक फिजिकल वेरिफिकेशन के लिए निर्धारित दिन पर समय अनुसार उपस्थित हो सकें। इसके अलावा शिक्षक का मामला जिस खंड से संबंधित है, वहां के खंड शिक्षा अधिकारियों की भी जवाबदेही तय की गई है।

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फोरेंसिक जांच में सामने आई थी गड़बड़

दरअसल, 2009 और 2012 में लगे प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती निकली थी। मधुबन स्थित फोरेंसिक जांच लैब में बड़ी संख्या में चयनित शिक्षकों की ओएमआर शीट में गड़बड़ सामने आई। इसी आधार पर राज्य सरकार ने इन शिक्षकों की फिजिकल वेरिफिकेशन कराने का फैसला किया है। फिजिकल वेरिफिकेशन का काम पूरा होने के बाद ही एचएसएससी और मौलिक शिक्षा निदेशालय की संयुक्त कमेटी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। इसके आधार पर ही सरकार संदिग्ध रिकार्ड वाले प्राथमिक शिक्षकों की नौकरी को लेकर कोई निर्णय लेगी।

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