गुरुग्राम सफाई व्यवस्था की जांच के लिए 20 लोकल कमिश्नर नियुक्त
गुरुग्राम, 11 दिसंबर (हप्र)
गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा 20 लोकल कमिश्नर नियुक्त किए गए हैं। ये लोकल कमिश्नर 2 व 3 जनवरी को गुरुग्राम का दौरा करेंगे तथा नागरिकों से भी सफाई व्यवस्था की जानकारी लेने के साथ ही नागरिकों द्वारा बताए गए स्थानों पर जाकर स्वयं सफाई व्यवस्था देखेंगे। उक्त बात गुरुग्राम मंडल के आयुक्त आरसी बिढान ने ठोस कचरा पर्यावरण आवश्यकता कार्यक्रम (स्वीप) की समीक्षा के दौरान उपस्थित अधिकारियों से कही। बैठक में गुरुग्राम के उपायुक्त अजय कुमार, नगर निगम आयुक्त अशोक कुमार गर्ग, अतिरिक्त निगमायुक्त डा. बलप्रीत सिंह सहित सभी संयुक्त आयुक्त, वार्ड वाइज नियुक्त एचसीएस नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
मंडलायुक्त ने कहा कि कई स्थानों पर देखा गया है कि कुछ लोग निजी या सरकारी भूमि पर कचरा डंपिंग यार्ड बनाकर कचरे की छंटाई आदि का कार्य कर रहे हैं। ऐसे लोग बिक्री लायक कचरे को अलग करते हैं तथा शेष बचे कचरे को सार्वजनिक स्थानों जैसे ग्रीन बैल्ट, सड़क किनारों या खाली प्लाटों में फेंक देते हैं। इस प्रकार की गतिविधियों से एक ओर जहां क्षेत्र में गंदगी बढ़ती है, वहीं दूसरी ओर पर्यावरण भी प्रदूषित होता है। उन्होंने निगम अधिकारियों से कहा कि वे इस प्रकार की गतिविधियां करने वाले सभी व्यक्तियों को नोटिस देकर आगामी कार्रवाई शुरू करवाएं तथा क्षेत्र की सफाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रतिदिन सभी क्षेत्रों की सफाई व्यवस्था बेहतर बनी रहे। निजी या सरकारी भूमि पर कचरा डालकर डंपिंग प्वाइंट बनाने वालों से अब जिला प्रशासन व नगर निगम सख्ती से निपटेगा।
इसके तहत अगर कोई व्यक्ति अपनी निजी जमीन या सरकारी भूमि पर कचरा डंपिंग प्वाइंट बनाता है, तो उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
वरिष्ठ सफाई निरीक्षक का एक माह का वेतन काटने के निर्देश : सफाई कार्य की समीक्षा के दौरान नगर निगम गुरुग्राम के जोन-3 क्षेत्र में नियुक्त वरिष्ठ सफाई निरीक्षक हर्ष चावला द्वारा संतोषजनक जवाब नहीं देने तथा क्षेत्र में सफाई व्यवस्था बेहतर नहीं मिलने के चलते मंडलायुक्त आरसी बिढान ने एक माह का वेतन काटने के निर्देश दिए।
पॉलीथीन के विरुद्ध चलेगा अभियान
बैठक में मंडलायुक्त आरसी बिढान ने कहा कि पॉलीथीन व सिंगल यूज प्लास्टिक मानव व जीवों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसका उपयोग, बिक्री, स्टॉक सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। प्राय: देखा जाता है कि लोग पॉलीथीन का इस्तेमाल करके उसे इधर-उधर फेंक देते हैं, जिससे आसपास के क्षेत्र में गंदगी फैलती है तथा कई बार इससे नालियां व सीवरेज जाम की समस्या भी पैदा होती है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे निगम क्षेत्र में विभिन्न स्थानों जैसे ग्रीन बेल्ट, खाली प्लाटों, झाड़ियों आदि में पड़े पॉलीथीन को साफ करवाएं। इसके लिए रैग-पिकर्स की सेवाएं लें। साथ ही विशेष टीमें बनाकर पॉलीथीन का इस्तेमाल, बिक्री या स्टॉक करने वालों पर कार्रवाई के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाएं। उन्होंने सभी सेकेंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंटों पर व्यू कटर लगवाने, विभिन्न स्थानों पर पड़े कचरे तथा सीएंडडी वेस्ट का नियमित उठान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।