2 लड़कियाें, किशोर की यमुना में डूबने से मौत
पानीपत, 16 जून (हप्र)
ज्येष्ठ माह के गंगा दशहरे पर यमुना नदी में स्नान करने वाले हजारों श्रद्धालुओं के लिए रविवार को पानीपत व यूपी प्रशासन द्वारा गहरे पानी में डूबने से बचाने के लिये पूरे प्रबंध किये गये थे। सिंचाई विभाग के गोताखोर राजकुमार सहित पांच गोताखोर पानीपत जिला के और यूपी की तरफ से भी 15 गोताखोर यमुना घाट पर मौजूद थे। पानीपत व यूपी पुलिस बल भी यमुना घाट पर मौजूद था, लेकिन फिर भी यमुना में स्नान करते हुए दो नाबालिग लड़कियों व एक किशोर की डूबने से मौत हो गई। यमुना घाट का एरिया यूपी का होने पर यूपी पुलिस ने तीनों शवों को शामली सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिये भिजवाया है।
जानकारी के अनुसार पानीपत थर्मल के पास गांव ऊंटला का नरेंद्र परिवार के साथ गंगा दशहरे पर यमुना में स्नान करने के लिये आया था। स्नान करते हुए उसकी भतीजी स्नेहा पुत्री सुरेश कुमार और भानजी अंशु पुत्री सुलतान गहरे पानी में जाने से यमुना में डूब गई, दोनों की आयु 10 से 12 वर्ष के बीच है। जबकि पानीपत शहर के जाटल रोड निवासी 14 वर्षीय केशव पुत्र रमेश भी परिवार वालों के साथ स्नान करने आया था और उसकी भी यमुना में डूबने से मौत हो गई।
इन्द्री का युवक भी डूबा
इन्द्री (निस) : इन्द्री क्षेत्र में हरियाणा-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित यमुना नदी के नबियाबाद तट पर गंगा दशहरे के अवसर पर स्नान करने गए एक युवक की मौत हो गई। मृतक अखलेश (24 वर्षीय) निवासी करीमपुर (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला बताया जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। अखलेश घरों में पीओपी करने का कार्य करता था, जोकि अपने मामा जगदीश के साथ काफी समय से इन्द्री में ही रह रहा था। गंगा दशहरे पर रविवार को अखलेश मित्रों के साथ यमुना नदी में स्नान करने नबियाबाद घाट पर गया हुआ था। तेज बहाव के कारण अखलेश अचानक नदी में डूब गया। अखलेश को डूबता देख श्रद्धालुओं ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन तेज बहाव के कारण वह पानी में बह गया। करीब 15 मिनट बाद अखलेश नदी में दिखाई दिया तो उसे श्रद्धालुओं ने निकाल लिया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस जांच अधिकारी पवन कुमार का कहना है कि मृतक के मामा जगदीश की शिकायत पर नियमानुसार कार्रवाई कर शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया है।