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18 पार्षदों ने एडीसी से मिल अविश्वास प्रस्ताव के लिए मांगा समय

08:54 AM Nov 20, 2024 IST
18 पार्षदों ने एडीसी से मिल अविश्वास प्रस्ताव के लिए मांगा समय
गुहला पंचायत समिति की चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए एडीसी से मिलने जाते पार्षद। -निस
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जीत सिंह सैनी/निस
गुहला चीका, 19 नवंबर
कैथल जिला परिषद के चेयरमैन व सीवन ब्लाक समिति की चेयरपर्सन को हटाए जाने के बाद अब गुहला ब्लाक समिति की चेयरपर्सन की कुर्सी पर संकट के बादल छाने लगे हैं। चेयरपर्सन डिंपल रानी को कुर्सी से हटाने के लिए सोमवार को गुहला पंचायत समिति के 22 में से 18 पार्षदों ने अपने हस्ताक्षरयुक्त पत्र एडीसी कैथल दीपक बाबू लाल करवा को सौंपा है और अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए जल्द समय देने की मांग की है। बाद में पार्षदों ने बताया कि चेयरपर्सन डिंपल रानी सिर्फ अपने चहेते पार्षदों के काम करती है। उन्होंने बताया कि डिंपल के चेयरपर्सन पद रहते गांवों के विकास कार्य ठप होकर रह गए हैं, ऐसे में वे चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं।
इन पार्षदों ने किए अविश्वास प्रस्ताव पर हस्ताक्षर: अविश्वास प्रस्ताव पर वार्ड नंबर 1 से कुलदीप सिंह, वार्ड नंबर 2 से गुरविंद्र सिंह, वार्ड नंबर 3 से मनजोत कौर, वार्ड नंबर 4 से रविंद्र सिंह, वार्ड नंबर 5 से संदीप कौर, वार्ड नंबर 6 से सुखविंद्र कौर, वार्ड नंबर 7 से शीशन कुमार, वार्ड नंबर 8 से लता, वार्ड नंबर 9 से सुरजीत भूंसला, वार्ड नंबर 11 देवेंद्र वर्मा, वार्ड नंबर 12 नायब सिंह, वार्ड नंबर 15 से संदीप सिंह, वार्ड नंबर 16 से सुमन पीडल, वार्ड नंबर 17 से हिमांशु शर्मा, वार्ड नंबर 18 से मनीषा भूना, वार्ड नंबर 20 से मनदीप कौर, वार्ड नंबर 21 से लखविंद्र सिंह व वार्ड नंबर 22 से सीमा देवी ने हस्ताक्षर किए हैं।

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दीपेंद्र हुड्डा को पगड़ी पहनाना पड़ा महंगा

बता दें कि दो साल पहले भाजपा के आशीर्वाद व पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर के सहयोग से डिंपल रानी गुहला ब्लाक समिति की चेयरपर्सन बनी थी, लेकिन बाद में उन्होंने भाजपा व पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर से दूरी बना ली और उनके पति भगत सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए। विधानसभा चुनाव के दौरान चीका अनाज मंडी में हुई रैली में भगत सिंह ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा को पगड़ी पहना न सिर्फ खुद कांग्रेस को समर्थन दिया था बल्कि खंड गुहला के 3 दर्जन से अधिक सरपंचों को भी कांग्रेस में शामिल करवाया था। भगत सिंह को भरोसा था कि प्रदेश में शर्तिया कांग्रेस की सरकार बनेगी लेकिन नतीजे उनकी सोच के विपरीत आए।

सरकार हलके का विकास चाहती है : बाजीगर

अविश्वास प्रस्ताव के लिए पार्षदों की अगुवाई कर रहे पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर ने कहा कि नायब सैनी की सरकार हर एक हलके का एक समान विकास चाहती है, लेकिन जिम्मेदार पदों पर बैठे विरोधी पार्टियों के लोग विकास कार्यों में बाधा डाल रहे हैं। बाजीगर ने बताया कि दो साल पहले उन्होंने ही डिंपल रानी को चेरयसर्पन बनवाया था, लेकिन चेयरपर्सन बनते ही डिंपल रानी और उनके पति भगत सिंह ने पाला बदल लिया।
"डिंपल रानी की कुर्सी को किसी तरह का खतरा नहीं है। बहुमत के लिए पर्याप्त पार्षदों का उन्हें पूर्ण समर्थन है और समय आने पर बहुमत साबित कर भी देंगे। डिंपल रानी को कुर्सी से हटा खुद चेयरमैन बनने के जो कांग्रेसी लोग सपने देख रहे हैं, वे कभी भी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाएंगे।"
-भगत सिंह, प्रतिनिधि चेयरपर्सन डिंपल रानी 
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