स्कूल में शेड के नाम पर 17.16 लाख खर्च, पर हकीकत में नहीं मिला शेड
कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 10 अगस्त
करीब 22 माह पहले कनौह गांव स्थित राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय को शेड निर्माण के लिए 17 लाख रुपये से ज्यादा की राशि जारी की गई। यह राशि खर्च कर दी लेकिन मामले की शिकायत पर जांच कमेटी ने मौके पर जाकर जांच की तो स्कूल में कोई शेड नहीं मिला। जांच में यह भी सामने आया कि उस समय के मुख्य अध्यापक ने बजट राशि स्वयं निकलवाई और उसके बाद वेंडर को भुगतान किया जो नियमानुसार बिल्कुल गलत है। मामले के अनुसार सामाजिक कार्यकर्ता सतीश मेहरा ने इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी कि स्कूल को मिली शेड की राशि का दुरुपयोग किया गया है। इस पर समग्र शिक्षा के जिला प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर ने 9 मई, 2023 को जांच कमेटी गठित की। जांच में सामने आया कि मौलिक शिक्षा निदेशक ने 22 अक्तूबर, 2021 को कनौह गांव स्थित राजकीय कन्या प्राथमिक विद्यालय को शेड निर्माण के लिए 17 लाख, 16 हजार, 126 रुपये की स्वीकृति दी थी। इसके साथ ही कुछ फुटकर कार्य जैसे मार्ग, ईंटों का आंगन आदि की भी स्वीकृति दी थी। जांच कमेटी ने जब मौके का अवलोकन किया तो पता चला कि जिस कार्य की स्वीकृति दी गई थी, वैसा कोई निर्माण कार्य स्कूल में नहीं मिला। मौके पर कोई शेड नहीं मिला। जांच में पता चला कि संबंधित अभियंता ने कार्य शुरू होने का दिन, समाप्ति का दिन और माप लेने का दिन माप पुस्तिका में नहीं दर्शाया। माप पुस्तिका के अनुसार अधिकतम राशि जमीन भराई (ढाई लाख रुपये), लोहे के दरवाजे, खिड़की एवं मजदूरी पर खर्च कर दिए जो गलत है। इस फंड का प्रयोग दूसरे काम में किया गया जो फंड में बदलाव है और और ऐसा कोई आदेश जांच के दौरान नहीं मिला।