रेवाड़ी में 125 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन
रेवाड़ी, 12 अक्तूबर (हप्र)
विजयादशमी के मौके पर शनिवार को जिले के गांव बेरली कलां में 125 फीट ऊंचे रावण का पुतले का दहन किया गया। इसके साथ ही रेवाड़ी के हुड्डा मैदान में रामलीला समितियों द्वारा लगाये गए 60-60 फीट के रावण व मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। रावण दहन देखने के लिए शहर व ग्रामीण अंचल से हजारों की संख्या में लोग जुटे। खचाखच भरे हुड्डा मैदान में जब पुतलों का दहन किया गया तो लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाये। जिला प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गए थे और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
गांव बेरली कलां के रामलीला आयोजकों ने इस बार 15 दिन में 125 फीट ऊंचे रावण का पुतला तैयार किया था। क्लब के प्रधान जयवीर ने कहा कि गांव में सर छोटेलाल रामलीला क्लब की तरफ से हर वर्ष रावण का पुतला तैयार कराया जाता है। इसके निर्माण पर लगभग डेढ़ लाख रुपये खर्च हुआ है। पुतला दहन के कार्यक्रम में मुख्यातिथि के तौर पर कोसली के नवनिर्वाचित विधायक अनिल डहीना ने हिस्सा लिया। इधर शहर हुड्डा मैदान में घंटेश्वर महादेव मंदिर आदर्श रामलील कमेटी और मक्खन लाल धर्मशाला रामलीला कमेटी के 60-60 फीट ऊंचे पुतलों का दहन किया गया।
होडल में भी मनाया दशहरा
होडल (निस) : रामलीला कमेटी द्वारा विजयादशमी मनायी गयी। होडल के चिराग पैलेस से झांकियां बैंड बाजों के साथ सती सरोवर पर पहुंची। यहां मेघनाद युद्ध, लक्ष्मण का बेहोश होना, मेघनाद वध के साथ ही राम रावण युद्ध आरंभ हुआ। राम ने असत्य के प्रतीक रावण का वध किया। इसके बाद सत्ती सरोवर पर स्थित मेघनाथ, कुंभकरण व रावण के पुतलों का दहन किया गया । तीनों पुतले एक साथ धूं-धूं करके जल उठे।
चरखी दादरी में धू-धू कर जले रावण, मेघनाद व कुंभकरण
चरखी दादरी (हप्र) : बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दादरी जिले में शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। जगह-जगह बुराई के प्रतीक रावण के पुतले जलाए। बस स्टैंड के पीछे ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शनिवार देर शाम आतिशबाजियों के बीच 51 फुट ऊंचा रावण का पुतला 15 सेकंड में जलकर राख हो गया। 40 फुट के मेघनाथ व कुंभकरण के पुतले भी धू-धू कर जले। रामलीला कमेटी शहर दादरी के तत्वाधान में रावण दहन कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने राम के बाण को आग लगाई और बाण से रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले जलाए गए तथा मैदान में उपस्थित हजारों लोगों ने जय श्रीराम का उद्घोष किया। शोरगरों ने आतिशी नजारे पेश किए। आसमान में सतरंगी आतिशी नजारे बिखरने लगे। पुतला दहन आतिशबाजी देखने के लिए हजारों लोग एकत्र हुए। पुतले तैयार करने वाले कारीगर कर्ण सिंह व संदीप ने बताया कि दो महीने की मेहनत ये तैयार पुतलों का दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत होने से दिन को सुकून मिला है। इस दौरान रिंपी फोगाट, शिवकुमार शर्मा, जयभगवान मस्ताना, राजेश व सुरेंद्र इत्यादि उपस्थित रहे।