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प्रदेश में कोरोना के 11 एक्टिव केस, नये वेरिएंट का कोई मामला नहीं : डा़ पूनिया

08:49 AM Jan 02, 2024 IST
प्रदेश में कोरोना के 11 एक्टिव केस  नये वेरिएंट का कोई मामला नहीं   डा़  पूनिया
यमुनानगर में सोमवार को मीडिया से बातचीत करते डीजे हेल्थ डा. रणदीप सिंह पूनिया। -हप्र
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यमुनानगर,1 जनवरी (हप्र)
हरियाणा के डीजी हेल्थ डॉ. रणदीप सिंह पूनिया यमुनानगर पहुंचे। उन्होंने यहां स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग कर उनकी समस्याएं सुनीं और दिशा निर्देश भी जारी किए। मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. रणदीप सिंह पूनिया ने कहा कि हरियाणा में कोरोना के गुरुग्राम, फरीदाबाद और पंचकूला में 11 एक्टिव मामले हैं। नए वेरिएंट का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है। जो भी मामले सामने आ रहे हैं उनकी विशेष जांच करवाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि गुरग्राम, फरीदाबाद में मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल हैं, जिसके चलते बाहर से भी लोग इलाज करवाने आते हैं। वहां के सिविल सर्जन को विशेष हिदायते जारी की गई हैं कि हर आने वाले मरीज का सैंपल लिया जाए। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, आईसीयू बेड की व्यवस्था को दुरुस्त करने के आदेश दिए गए हैं। डीजी हेल्थ ने यह भी बताया कि हरियाणा के सभी जिलों में डायलिसिस की सुविधा है। इसके अलावा एमआरआई और अल्ट्रासाउंड की सुविधा भी पीपी मोड पर उपलब्ध करवाने के स्वास्थ्य मंत्री ने आदेश दिए हैं। कुछ जगह पर स्पेस नहीं है वहां सीएमओ को स्पेस के लिए कहा गया है और जल्द ही हरियाणा के अस्पतालों में पीपी मोड पर सीटी एमआरआई और अल्ट्रासाउंड की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
डीजी हेल्थ ने डॉक्टरों की कमी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि डॉक्टरों की भर्ती की प्रक्रिया चलती रहती है। एक डेढ़ साल पहले 200 डॉक्टरों की भर्ती की गई थी। उनमें से कुछ छोड़ भी गए हैं। सभी सिविल सर्जन को कहा गया है कि वह अपने जिले की स्थिति भेजें, ताकि पता चल सके की कितनी पोस्ट खाली हैं और उन्हें भरने के लिए सरकार को भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि फौरी तौर पर विशेषज्ञों की भर्ती के लिए सिविल सर्जन को आदेश दिए हैं कि वह एनडीएचएम से अनुमति लेकर व्यवस्था करें।
डीजी हेल्थ ने कहा कि हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल का कोई औचित्य नहीं है उनकी जो भी मांगें थीं, वह सरकार ने मान ली है। इसके अलावा उनकी जो भी शंकाएं हैं उन्हें स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात करवाकर दूर करने का प्रयास किया जाएगा।

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