लोकतंत्र के महापर्व में जोश के साथ भाग लेंगे 107 वर्षीय मोहन लाल सेठी
जगाधरी, 22 मई (निस)
झुकी कमर, कमजोर निगाह, चेहरे पर दिखता ढलती उम्र का तकाजा भी जगाधरी निवासी बुजुर्ग मोहनलाल सेठी का जोश व जज्बा कम नहीं कर पाया।
करीब 107 वर्ष के मोहनलाल इस बार भी 25 मई को तीसरी पीढ़ी के साथ पैदल चलकर लोकतंत्र के महापर्व में वोट रूपी आहूति डालेंगे।
जगाधरी की इंदिरा कॉलोनी निवासी शतक नायक 107 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी मोहनलाल सेठी ने लोकतंत्र के इस महापर्व को लेकर बेहद उत्साहित नजर आ रहे हैं। मोहन लाल के बेटे ओमप्रकाश के अनुसार वर्ष 1946 में देश के बंटवारे के समय भारत पहुंचे। 1947 में पटियाला में कुछ समय रहते हुए आइसक्रीम बेचकर परिवार का पेट पाला। इसके बाद शहर जगाधरी के स्वर्ण मोहल्ला में आवंटित प्लांट पर कच्चे रूप से अपना मकान बनाकर अपने परिवार के साथ रहे। यहां पर बर्तनों के लिए मिट्टी से बने पगे (सांचे ) बनाने का काम शुरू किया।
मोहनलाल सेठी का कहना है कि हम बड़े सौभाग्यशाली हैं, लोकतांत्रिक देश में रहते हैं। इस अमूल्य व्यवस्था को बनाये रखना हम सभी का फर्ज है। मोहनलाल के पौत्र योगेश सेठी ने बताया कि उन्होंने दादा जी को इस बार घर से ही मतदान करने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने कहा कि पैदल चलकर बूथ पर ही वोटिंग करूंगा।