हिमाचल में आपदा से 10 हज़ार करोड़ का नुकसान, सुक्खू ने सांसदों पर साधा निशाना
शिमला, 18 अगस्त (हप्र)
हिमाचल में आई बाढ़ और भारी बारिश से 330 लोगों की मौत हुई है। 12 हजार घर ध्वस्त हो गए,जबकि राज्य में अभी तक दस हजार करोड़ के नुकसान का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी के सांसदों और अपनी पार्टी की प्रतिभा सिंह पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को सवाल किया कि क्या चारों सांसदों ने राज्य में बारिश से हुई तबाही का मुद्दा दिल्ली में उठाया है ? मुख्यमंत्री ने कहा कि जब संसद का मानसून सत्र चल रहा था तो चारों सांसद कहां थे ? क्या चारों सांसद प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री से संयुक्त रुप से मिलकर मामला नहीं उठा सकते थे। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में जनता उनसे जरुर सवाल पूछेगी कि क्या वह सत्ता सुख के लिए चुनकर भेजे गए थे।
सुक्खू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने आपदा के समय कम से कम हाल तो पूछा कि वह राज्य की क्या मदद कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने नाम नहीं लिया लेकिन जाहिर तौर पर वह भाजपा के तीन सांसदों हमीरपुर से अनुराग ठाकुर, शिमला से सुरेश कश्यप और कांगड़ा से किशन कपूर का हवाला दे रहे थे। वहीं, लोकसभा में राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली चौथी सांसद प्रतिभा सिंह हैं।
निगम ने शुरु किया सर्वे
नगर निगम शिमला ने शहर में असुरक्षित भवनों का निरीक्षण शुरु कर दिया है। संयुक्त आयुक्त की अध्यक्षता वाली समिति ने शुक्रवार को 7 असुरक्षित भवनों का निरीक्षण किया। समिति ने लक्कड़ बाजार, कृष्णा नगर, रामनगर और बालूगंज में असुरक्षित भवनों का जायजा लिया। निगम ने कई मकान खाली भी करवाये।
अश्वनी खड्ड का किया जाएगा तटीकरण - डाॅ. शांडिल
सोलन (निस): स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि जरूरत के मुताबिक अश्विनी खड्ड का तटीकरण होगा। डाॅ. शांडिल आज सोलन ज़िला के साधुपुल बाजार में नुकसान का जायज़ा ले रहे थे। लोगों ने बताया कि साधुपुल क्षेत्र में कई जगह अश्वनी खड्ड अपना रास्ता बदल रहा है। जिस कारण यहां का बाजार लगभग एक मीटर तक धंस गया है। उन्होंने अधिकारियों को रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए।
‘लाशों पर राजनीति करना छोड़ दे कांग्रेस’
मंडी (निस): मंडी में पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार लाशों पर राजनीति करना छोड़ दे। बार-बार केंद्र सरकार को कोसकर प्रदेश सरकार यह जताने का प्रयास कर रही है कि केंद्र सरकार ने कुछ नहीं किया। जयराम ठाकुर ने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने ही सबकुछ करना है तो फिर सीएम कुर्सी को छोड़ क्यों नहीं देते।
आपदा की घड़ी में बढ़े मदद के हाथ
रायपुर/जयपुर (एजेंसी): छत्तीसगढ़ सरकार ने हिमाचल के आपदा पीड़ितों के लिए 11 करोड़ रुपये सहायता राशि के तौर पर देने की घोषणा की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रभावित लोगों के लिए 15 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया। गहलोत और भूपेश बघेल ने जारी बयान में कहा कि आपदा की घड़ी में हम हिमाचल के साथ हैं। सीएम सुक्खू ने ट्वीट कर जानकारी साझा की।
बांध प्राधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई : मुख्य सचिव
शिमला (एजेंसी): हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा और आकस्मिक बाढ़ के कहर के बीच मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने पानी छोड़ने के दिशानिर्देशों का पालन न करने को लेकर बांध प्राधिकारियों के खिलाफ शुक्रवार को कड़ी कार्रवाई पर जोर दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि यह नोटिस भेजने का समय है न कि पत्र या स्मरण पत्र भेजने का। बांधों से पानी छोड़े जाने के संदर्भ में सुरक्षा मुद्दों पर एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए सक्सेना ने कहा कि ‘ मनाने और बातचीत करने का वक्त निकल गया है, अब हमें उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कड़े कदम उठाने से नहीं हिचकना चाहिए।’
2209 लोग सुरक्षित निकाले
धर्मशाला (निस): जिला कांगड़ा के इंदौरा में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन पांचवें दिन भी जारी रहा। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने बोट के माध्यम से बेला इंदौरा के जलमग्न क्षेत्रों से 54 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि 5 दिन में रेस्क्यू किए गए लोगों की संख्या 2209 पहुंच गई है।