नगर परिषद की बैठक से 10 पार्षद रहे नदारद
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 2 जुलाई
नगर परिषद हाउस की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस समर्थित पार्षदों ने चेयरपर्सन सुरभि गर्ग को डीसी प्रशांत पंवार की चिट्ठी दिखाकर पार्षद प्रतिनिधियों को बैठक से बाहर निकलवा दिया। पार्षदों का आरोप था कि बैठक में पार्षदों व चेयरपर्सन के अलावा कोई नहीं बैठ सकता। इस एतराज पर चेयरपर्सन के पीए भी बैठक से बाहर आ गए। हालांकि चेयरपर्सन ने कहा कि वे भी डीसी की परमिशन लेकर पीए को अंदर बैठक में बैठने की अनुमति ले सकती हैं तो डीसी ने उनका फोन नहीं उठाया। हालांकि बैठक के बाद डीसी का फोन उनके पास दोबारा आया, लेकिन बैठक संपन्न हो चुकी थी। पार्षदों के इस एतराज के बाद चेयरपर्सन सुरभि गर्ग ने मीडिया के सामने भी हाथ जोड़कर अनुरोध किया कि वे भी बैठक से बाहर चले जाएं। बैठक संपन्न होने के बाद चेयरपर्सन ने फिर से हाथ जोड़कर मीडिया से मांगी माफी और कहा कि उन्हें खेद है कि इस बैठक से उन्हें मीडिया को बाहर भेजना पड़ा। बैठक में तीन एजेंड़ों पर चर्चा हुई, जोकि बैठक में पास हुए।
इन एजेंडों में पिछली बैठक की पुष्टि करना। सरकार की हिदायतों अुनसार नगर परिषद क्षेत्र में अवैध कालोनियों/बचे हुए एरिया को अधिकृत करने व नया सर्वे करवाने पर विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ साथ हाऊस की इस बैठक में विकास कार्यों पर भी चर्चा की गई। तू तू, मैं मैं और हाय-हल्ले के बीच संपन्न हुई इस बैठक के बाद मीडिया के सामने कांग्रेस समर्थित पार्षद मोहन लाल शर्मा, सुशील शर्मा, महेश गोगिया, रामनिवास मित्तल ने आरोप लगाया कि नगर परिषद में कालोनियों को वैध करवाने को लेकर काफी गोलमाल हो रहा है, जो कालोनियां वास्तव में सही हैं, उन्हें वैध नहीं किया जा रहा है। प्रोपर्टी डीलरों की कालोनियों को खेत की जमीन दिखाकर अप्रूव किया जा रहा है। उनका आरोप था कि नगर परिषद द्वारा करोड़ों का लेनदेन करके कालोनियों को वैध किया जा रहा है। पार्षदों ने विकास कार्यों में भेदभाव, स्ट्रीट लाइट में घोटाला, कालोनी अप्रूवल में गोलमाल के आरोप भी लगाए। हाउस की हुई इस बैठक में 10 पार्षद नदारद भी रहे।
इस मौके पर पार्षद रोहन मित्तल, बलराज, सोनिया, राज सैनी, रामफल सैनी, प्रवेश शर्मा, रिंकू सैनी, भारत भूषण सचदेवा आदि भी उपस्थित थे।
रामप्रताप गुप्ता के भाजपा में शामिल होते ही बंद हुई कार्रवाई
पार्षद मोहन लाल शर्मा, सुशील शर्मा, महेश गोगिया, रामनिवास मित्तल, प्रीति शर्मा, शमशेर फौजी, विजय गर्ग का आरोप था कि कुछ दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए प्रोपर्टी डीलर रामप्रताप गुप्ता द्वारा काटी जा रही कालोनियों को लेकर पहले तो नगर परिषद नोटिस भेजता था, लेकिन अब वे जैसे ही भाजपा पार्टी शामिल हुए तो उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। नगर परिषद द्वारा कार्रवाई करना तो दूर उनकी कुछ कालोनियों को खेत की जमीन दिखाकर वैध किया जा रहा है। पार्षदों का आरोप है कि कुछ भाजपा नेताओं और नगर परिषद के अधिकारी करोड़ों के लेद देन करके ये सब कर रहे हैं। आरोप है कि रामप्रताप गुप्ता धड़ल्ले से अवैध कालोनियों में भी निर्माण कर रहे हैं। नगर परिषद के ईओ कुलदीप मलिक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अगर कोई बिना अनुमति के अवैध तरीके से निर्माण करता है और उन्हें सूचना मिलती है तो वे बिना किसी देरी से पहले नोटिस देते हैं। अगर कोई ऐसा करने से बाज नहीं आता है उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जाती है।