हीमोफीलिया की दवा फैक्टर 8, फैक्टर 9 की कमी के चलते मरीज परेशान
यमुनानगर, 21 जनवरी (हप्र)
पिछले लगभग 2 महीने से हरियाणा में हीमोफीलिया की दवा फैक्टर 8 व फैक्टर 9 की कमी के चलते प्रदेश के 1000 से अधिक हीमोफीलिया प्रभावित मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हरियाणा हीमोफीलिया वेलफेयर फेडरेशन के सदस्य व हरियाणा के लगभग सभी जिलों से हीमोफीलिया के मरीज़ डीजी हेल्थ पंचकूला, डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेज से मिले।
डॉ. मनीष बंसल ने तुरंत प्रभाव से सभी डिपार्टमेंट में फोन करके अगले 7 दिन तक फैक्टर सभी जिला अस्पताल में पहुंचने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर हरियाणा हीमोफीलिया वेलफेयर फेडरेशन के अध्यक्ष विष्णु गोयल, हीमोफीलिया सोसायटी रोहतक के अध्यक्ष अजय शर्मा, फतेहाबाद से जोगिंदर सेठी, करनाल से हसराज, सोनीपत से आनंद, कैथल से राकेश यादव अंबाला से विजय, कुरुक्षेत्र से सुखबीर सिंह, चंडीगढ़ से हरप्रीत सिंह, पलवल से अशोक गुर्जर, पंचकूला से नरेश कुमार उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विष्णु गोयल ने बताया कि हीमोफीलिया, एक गंभीर रक्तस्राव विकार है, जिसके लिए एंटी-हीमोफिलिक फैक्टर की आवश्यकता होती है। उन्होंने बताया कि प्रधान सचिव स्वास्थ्य विभाग नवराज संधू ने हीमोफीलिया मरीजों के लिए 2011 में मुफ्त उपचार प्रदान किया था।
उन्होंने कहा कि पीजीआई रोहतक में 2012 से आज तक आवश्यक फैक्टर नहीं मिलते हैं, जिससे रोगियों को कहीं और या अपने खर्च पर उपचार लेना पड़ता है। जिला अस्पतालों और पीजीआई रोहतक में बेसिक फैक्टर की कमी और इनहिबिटर परीक्षण की सुविधाएं अनुपस्थित हैं।