हिसार में स्टेडियम के शौचालय में मिलीं इस्तेमाल की गई सीरिंज
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के गिरि सेंटर खेल स्टेडियम के शौचालय में कई सीरिंज बिखरी पाई गईं, जिससे यह संकेत मिलता है कि कुछ एथलीटों ने डोपिंग का इस्तेमाल किया होगा। यह स्टेडियम आज यहां संपन्न हुई सातवीं हरियाणा राज्य सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन स्थल था।
यह इस तरह की दूसरी घटना है। पिछले साल दिसंबर में हिसार में मुक्केबाजी स्पर्धा में इस्तेमाल की गई सीरिंज और शीशियां पाई गई थीं, जिससे कुछ प्रतिभागियों द्वारा डोपिंग का संकेत मिलता है। 'ट्रिब्यून' की रिपोर्ट के बाद, हरियाणा खेल विभाग ने खेल संघों और महासंघों को सख्त निर्देश जारी किए हैं और चेतावनी दी है कि डोपिंग को रोकने में विफल रहने वाले किसी भी महासंघ को तत्काल निलंबन का सामना करना पड़ेगा और भविष्य के आयोजनों के लिए स्थान नहीं दिए जाएंगे।
एथलेटिक्स हरियाणा और इसकी स्थानीय इकाई - एथलेटिक्स हिसार द्वारा आयोजित दो दिवसीय एथलेटिक्स स्पर्धा में लगभग 900 पुरुष और महिला प्रतिभागी शामिल रहे। आज संपन्न हुए इन मुकाबलों में इस्तेमाल की गई सीरिंज फर्श पर बिखरी और कुछ शौचालय की फ्लश शीट के पीछे तथा शौचालय की दीवार के ऊपर छिपाकर रखी हुई पाई गईं। इससे संकेत मिलता है कि कुछ प्रतिभागियों ने इसका इस्तेमाल प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं को इंजेक्ट करने के लिए किया होगा।
हालांकि, एथलेटिक्स हरियाणा के हिसार-जिला इकाई के सचिव मनोज कड़वासरा ने कहा कि प्रतिभागियों से कोई नमूने नहीं लिए गए। उन्होंने कहा, 'हमें कोई संदिग्ध प्रतिभागी नहीं मिला, इसलिए कोई नमूना लेने की जरूरत नहीं थी।' हालांकि कड़वासरा ने स्वीकार किया कि उन्होंने आज कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वहां कुछ सीरिंज बिखरी हुई देखीं।
उन्होंने कहा, 'हमने इस मामले पर कोचों और खेल अधिकारियों से चर्चा की। मुझे बताया गया कि यह पक्का नहीं हो सकता कि खेल स्तर के आयोजनों में भाग लेने वालों ने ही सीरिंज का इस्तेमाल किया हो। उन्होंने दावा किया कि यहां नियमित अभ्यास के लिए आने वाले कुछ अन्य एथलीटों ने भी इसका इस्तेमाल किया होगा। लेकिन मुझे इस बात पर आश्चर्य हुआ कि अभ्यास के दौरान भी खिलाड़ी शक्तिवर्धक दवाओं का इस्तेमाल करते हैं।' उन्होंने कहा, 'अगर अभ्यास के दौरान ऐसा हो रहा है, तो प्रतियोगिताओं के दौरान हम क्या उम्मीद कर सकते हैं।' उन्होंने कहा कि वे ऐसी संभावना से इनकार नहीं कर सकते।
हालांकि एथलेटिक्स हरियाणा के अध्यक्ष राजेंद्र मलिक ने कहा कि उन्होंने किसी भी संदिग्ध डोपिंग से सख्ती से निपटा है। मलिक ने कहा, 'हमने आयोजनों में डोपिंग की जांच के लिए एक समिति बनाई है जो हर प्रतिभागी की जांच करती है।' उन्होंने कहा कि वे चैंपियनशिप के दौरान आयोजन स्थल पर नहीं जा सके। उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है कि कोई प्रतिभागी आयोजन के दौरान डोपिंग में लिप्त रहा हो।
डोपिंग खेलों पर धब्बा, कड़े कदम उठाएंगे
नवगठित हरियाणा ओलंपिक एसोसिएशन (एचओए) के संयुक्त सचिव रविंदर कुमार ने कहा कि डोपिंग खेलों पर एक धब्बा है और वे किसी भी खेल में डोपिंग और प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं के इस्तेमाल को नियंत्रित करने और खत्म करने के लिए कड़े कदम उठाएंगे। उन्होंने कहा, 'यह अवैध है और न केवल किसी भी खिलाड़ी के पूरे करियर को खराब करता है, बल्कि खिलाड़ियों को सामाजिक मोर्चे पर भी बदनाम करता है।'