शिमला, 13 जनवरी (हप्र)हिमाचल प्रदेश में अब नयी गौशालाएं बीते दिनों की बात होगी। राज्य की सुक्खू सरकार ने प्रदेश में नयी गौशालाएं खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार ने यह फैसला प्रदेश में पहले से ही चल रही गौशालाओं की खस्ता हालत और इन गौशालाओं के प्रबंधकों की लापरवाही के दृष्टिगत लगाया है, जिससे इन गौशालाओं में बेवजह और बेसहारा पशुओं की मौत न हो।सरकार ने निर्णय लिया है कि अब राज्य में नयी गौशालाएं खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। प्रदेश सरकार राज्य में सालाना लगभग 1250 छोटी-बड़ी गौशालाओं को 70 करोड़ रुपये अनुदान दे रही है। इसके बावजूद इन गौशालाओं में रखे गए पशु ठंड, भूख, प्यास और बिना उपचार के काल का ग्रास बन रहे हैं। इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि अब प्रदेश में नई गौशालाएं खोलने के बजाय सीधे किसानों को प्रति मवेशी 700 रुपए दिए जाएंगे।गौरतलब है कि पशु पालन मंत्री चंद्र कुमार ने हाल ही में गौशालाओं का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान गौशालाओं के हालात देखकर काफी व्यथित हुए थे। मंत्री के अनुसार गौशालाओं में पशुओं को बेहतर तरीके से नहीं रखा जा रहा था, जबकि कुछ गौशालाओं में कई कई फुट गहरे गड्ढे भी किए हुए थे। इन्हें लेकर गौशाला संचालकों का कहना था कि इनमें मरने वाले पशुओं को दफनाया जाता है। प्रदेश सरकार गौशालाओं में संचालकों को प्रति पशु 1200 रुपये देती है। लेकिन उसके बावजूद भी पशुओं को पर्याप्त चारा उपलग्ध नहीं करवाया जाता है।पशु पालन मंत्री चौधरी चंद्र कुमार का कहना है कि सरकार अब नयी गौशालाएं खोलने की अनुमति नहीं देगी।उल्लेखनीय है कि देशभर के साथ इन दिनों हिमाचल में भी पशुओं की गणना चली हुई है। गणना दो महीने तक पूरी हो जाएगी।