हरियाणा में 40 दिन संविधान बचाओ रैलियां करेंगे कांग्रेस नेता
चंडीगढ़, 22 अप्रैल (ट्रिन्यू)
हरियाणा कांग्रेस के नेता प्रदेश में 40 दिन संविधान बचाओ रैलियां करेंगे। नयी दिल्ली में मंगलवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक आधे घंटे चली। बैठक के बाद करीब एक घंटे तक कांग्रेस नेताओं के बीच अनौपचारिक चर्चा हुई। बैठक में रणदीप सुरजेवाला और कुमारी सैलजा नहीं पहुंचीं।
बीरेंद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने हाईकमान से आग्रह किया कि इन रैलियों में पार्टी के उन नेताओं को भागीदारी करने के लिए भेजा जाए, जिन्हें कांग्रेस के इतिहास और भारतीय संविधान की जानकारी हो। हालांकि, बैठक में प्रदेश कांग्रेस के संगठन, नये प्रदेश अध्यक्ष, विधायक दल के नेता और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर कोई बात नहीं हुई।
कांग्रेस प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने प्रदेश के सभी सांसदों, विधायकों, लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़े उम्मीदवारों तथा अग्रणी संगठनों के नेताओं को बैठक में बुलाया था। सांसदों में सिर्फ दीपेंद्र सिंह हुड्डा बैठक में शामिल हुए। सुरजेवाला के विधायक बेटे आदित्य सुरजेवाला ने बैठक में पहुंचे। बाकी तीन सांसद जयप्रकाश जेपी, वरुण मुलाना और सतपाल ब्रह्मचारी भी बैठक में नहीं पहुंच सके। कांग्रेस के 37 विधायकों में से 34 विधायकों ने बैठक में भागीदारी की।
कांग्रेस के चुनाव जीते अधिकतर विधायक हुड्डा समर्थक हैं। उन्हें उम्मीद थी कि बैठक में बीके हरिप्रसाद संगठन और विधायक दल के नेता के नाम पर चर्चा कर सकते हैं, लेकिन इन दोनों विषयों पर चर्चा नहीं की गई। न ही किसी नेता ने इनका मुद्दा उठाया। अनौपचारिक बातचीत के दौरान भी कोई चर्चा नहीं हुई। सिरसा के कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया ने दो दिन पहले एक पोस्ट की थी कि कांग्रेस हाईकमान विधायकों को शाबाशी देने के लिए नहीं बुलाता। गोकुल सेतिया ने अनौपचारिक बातचीत के दौरान बीके हरिप्रसाद से मुलाकात की।
25 से शुरू होंगी रैलियां
बैठक में हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान के माध्यम से जल्द संविधान बचाओ रैलियों का कार्यक्रम जारी करने की बात कही गई है। संविधान बचाओ रैली 25 अप्रैल से शुरू होकर कई चरणों में चलेंगी। गुजरात अधिवेशन में तय हुए अभियान कार्यक्रम के अनुसार 25 से 30 अप्रैल तक राज्य स्तरीय रैलियां आयोजित की जाएंगी। इसके बाद तीन से 10 मई तक जिला स्तरीय कार्यक्रम होंगे। 11 से 17 मई के बीच विधानसभा स्तर पर यह रैलियां होंगी। अंतिम चरण में 20 से 30 मई तक घर-घर जाकर संपर्क अभियान चलाया जाएगा, जिसका उद्देश्य संवैधानिक मूल्यों की सुरक्षा के लिए जागरूकता और जन समर्थन बढ़ाना है।