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हरियाणा प्रभारी के पास था हारने वाली सीटों का एडवांस मैसेज

04:55 AM Dec 08, 2024 IST
हरियाणा प्रभारी के पास था हारने वाली सीटों का एडवांस मैसेज
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नयी दिल्ली में हुई बैठक, याचिका दायर करने वाले 16 उम्मीदवार रहे मौजूदविधानसभा चुनावों में कांग्रेस की हार पर फिर से छिड़ा घमासान
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पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल की याचिकाएं, ईवीएम में गड़बड़ के आरोप

चंडीगढ़, 7 दिसंबर (ट्रिन्यू)

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हरियाणा में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद पहली बार नई दिल्ली में कांग्रेस नेताओं की बड़ी बैठक हुई। हार में ईवीएम की भूमिका और कथित धांधली से जुड़े तथ्य जुटाने के लिए पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल की अगुवाई में बनाई गई आठ सदस्यीय कमेटी की बैठक में हरियाणा प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया व सह-प्रभारी जितेंद्र बघेल भी मौजूद रहे। चुनावी नतीजों के बाद यह पहली बैठक थी, जिसमें बाबरिया शामिल हुए।

विधानसभा चुनाव में प्रचार से भी उन्होंने दूरी बना ली थी। बाबरिया पर टिकट आवंटन सही नहीं करने और एक ग्रुप विशेष की सुनवाई करने के आरोप भी लगे थे। बाद में बाबरिया ने खुद को बीमार बताते हुए चुनाव प्रचार से किनारा कर लिया था। नतीजों के बाद अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने प्रभारी पद से इस्तीफा देने की पेशकश भी कर दी थी लेकिन पार्टी ने उनका इस्तीफा अभी तक स्वीकार नहीं किया है। शनिवार को हुई बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में बाबरिया ने स्वीकार किया कि हरियाणा में 10 से 15 टिकटें गलत बांटी गई हो सकती हैं।

हालांकि हरियाणा कांग्रेस के दूसरे नेताओं के सुर में सुर मिलाते हुए बाबरिया भी आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा ने चुनावों में ईवीएम का इस्तेमाल किया। ईवीएम में धांधली के चलते भाजपा ने जीत हासिल की है। बाबरिया ने मीडिया के सामने पहली बार बड़ा खुलासा करते हुए कहा – मतगणना होने से पहले उनके मोबाइल पर ईवीएम में गड़बड़ी का मैसेज आ गया था। इस मैसेज में भाजपा व कांग्रेस को मिलने वाली सीटों का भी जिक्र था। साथ ही, यह भी कहा गया था कि 14 सीटें ऐसी हैं जिन पर कांग्रेस किसी भी सूरत में जीत नहीं सकेगी।

बाबरिया ने कहा कि इस मैसेज के बारे में उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान को अवगत करवा दिया था। बाबरिया के इस बयान के बाद पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन कैप्टन अजय सिंह यादव ने प्रदेशाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कैप्टन यादव ने कहा – जब प्रदेशाध्यक्ष के पास ईवीएम में गड़बड़ की सूचना आ गई थी तो उन्होंने पार्टी के दूसरे नेताओं के साथ इसे शेयर क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष को इस संदर्भ में सभी को अवगत करवाना चाहिए था। साथ ही, प्रेस कांफ्रेंस करके इसके बारे में बताया जाना चाहिए था।

दलाल कमेटी ने किया मंथन

इसी दौरान दलाल कमेटी के पास अभी तक आए तथ्यों पर चर्चा की गई। अभी तक कांग्रेस के 16 उम्मीदवारों द्वारा ईवीएम में गड़बड़, चुनाव में धांधली, चुनाव आयोग की भूमिका व सरकार पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग सहित कई आरोपों के साथ पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की हुई हैं। बैठक में तय हुआ कि पार्टी के और भी उम्मीदवार अभी हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान, करण सिंह दलाल, नीरज शर्मा, विजय प्रताप सिंह, लखन सिंगला, अनिल मान, धर्म गोंदर, मनीषा सांगवान, अमित सिहाग, सुभाष गांगोली व जयवीर सिंह वाल्मीकि आदि ने याचिकाएं दायर की हुई हैं।

कल फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक

विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस हाईकमान द्वारा बनाई गई फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की बैठक रविवार को नई दिल्ली में होगी। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता वाली इस कमेटी में अजय माकन और हरीश चौधरी सदस्य हैं। वे भी बैठक में रहेंगे। बैठक में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान के अलावा हरियाणा के पांचों सांसदों को भी आमंत्रित किया है। इनमें कुमारी सैलजा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, जयप्रकाश ‘जेपी’, वरुण चौधरी व सतपाल ब्रह्मचारी शामिल हैं। बैठक में केवल सांसद ही बुलाए गए हैं, विधायकों को इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया है।

कॉ‍ट्स

चुनावी नतीजों को चुनौती और ईवीएम में गड़बड़ की आशंका के साथ कांग्रेस के 16 उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट में याचिकाएं दायर की हुई हैं। इन सभी उम्मीदवारों के साथ बैठक में विचार-विमर्श करके आगे की रणनीति बनाई गई। हरियाणा के इतिहास में यह पहला मौका है, जब चुनावी नतीजों को एक साथ इतने लोगों ने चुनौती दी है। हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के साथ-साथ जनता की अदालत में भी यह मुद्दा लेकर जाएंगे। लोगों को बताएंगे कि हरियाणा में जनता की नहीं, ईवीएम की सरकार है। 2025 इस सरकार का आखिरी साल होगा। चुनाव आयोग एकतरफा कार्रवाई कर रहा है।

-करण सिंह दलाल, पूर्व मंत्री

कॉट्स

अगर सभी लोग यह मानते हैं कि हरियाणा में कांग्रेस की हार में मेरा दोष है तो मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं। एक असली बात यह भी है कि 10 से 15 विधानसभा सीटों पर टिकटों का वितरण सही ढंग से नहीं किया गया था। मैं अभी भी अस्वस्थ हूं। इसीलिए पार्टी की बैठकों में भागीदारी नहीं कर पा रहा। मैं नतीजों के बाद ही पार्टी नेतृत्व को इस्तीफे की पेशकश कर चुका हूं। मेरे पास ईवीएम में गड़बड़ का मैसेज नतीजों से पहले ही आ गया था। मैंने इसे तुरंत प्रदेशाध्यक्ष को भेज दिया था।

-दीपक बाबरिया, हरियाणा कांग्रेस प्रभारी

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