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हरियाणा के लिए बड़ी उपलब्धि, विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण बने एआईपीओसी की स्थायी समिति के सदस्य

05:18 AM Jan 19, 2025 IST
हरियाणा के लिए बड़ी उपलब्धि  विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण बने एआईपीओसी की स्थायी समिति के सदस्य
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चंडीगढ़, 18 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण को अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन (एआईपीओसी) की स्थायी समिति का सदस्य मनोनीत किया गया है। यह समिति देशभर के पीठासीन अधिकारियों की सर्वोच्च संस्था है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला इसके पदेन अध्यक्ष हैं और राज्यसभा के उप-सभापति हरिवंश उपाध्यक्ष हैं। लोकसभा का एक उपाध्यक्ष भी इस समिति का पदेन उपाध्यक्ष होता है।
इसके अलावा, देशभर के विधानमंडलों से 7 अध्यक्षों को समिति में सदस्य के तौर पर शामिल किया जाता है। लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह इस समिति के सचिव हैं। हाल ही में सिक्किम विधानसभा के अध्यक्ष अरुण कुमार उप्रेती द्वारा अपना पद त्यागने के कारण खाली हुए स्थान पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण को सदस्य मनोनीत किया। उनका मनोनयन 17 जनवरी, 2024 से प्रभावी हुआ है। इस संबंध में लोकसभा सचिवालय की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है। कल्याण ने इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार व्यक्त किया और कहा कि वह इस समिति के सदस्य के तौर पर उनके सभी अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे। स्थायी समिति के नियमों के अनुसार, इसमें 7 पीठासीन अधिकारी सदस्य होते हैं, जिनमें 5 बड़े राज्यों के और 2 छोटे राज्यों के होते हैं। इस समिति का मुख्य कार्य पीठासीन अधिकारी वार्षिक सम्मेलन के लिए तारीखें, स्थान, एजेंडा, कार्यक्रम और विषय तय करना है। हरविन्द्र कल्याण के अलावा, स्थायी समिति में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, झारखंड के स्पीकर रवीन्द्रनाथ महतो, मध्य प्रदेश के स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर, तमिलनाडु विस के अध्यक्ष एम अप्पावु, असम स्पीकर विश्वजीत दैमारी और गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष शंकर चौधरी भी सदस्य होंगे।

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कुंभ स्नान के लिए विधायकों को निमंत्रण

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने 7 फरवरी को प्रयागराज में संगम स्नान के लिए विधायकों को निमंत्रण भेजा है। उन्होंने कहा कि जो विधायक इस आयोजन में शामिल होना चाहते हैं, वे 20 जनवरी तक अपनी सहमति विधान सभा सचिवालय को भिजवा सकते हैं। विधायकों को यात्रा का खर्च स्वयं वहन करना होगा, और विधान सभा सचिवालय प्रयागराज में व्यवस्था में सहयोग करेगा।

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