स्टेट हाईवे को राष्ट्रीय राजमार्ग बता केंद्र से मांग लिया फोरलेन
रामकुमार तुसीर/निस
सफीदों, 16 दिसंबर
सोमवार को लोकसभा सत्र में सोनीपत के कांग्रेस सांसद सतपाल ब्रह्मचारी ने जींद-सफीदों-पानीपत सड़क मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग बताकर इसकी फोरलेन किए जाने की मांग केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से कर डाली। लोकसभा में सांसद ने कहा कि यह सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग है जिसे शीघ्र फोरलेन बनाया जाए। पांच वर्ष से भी ज्यादा अवधि से राजनीतिक ‘तमाशा’ बने इस सड़क मार्ग के निर्माण को लेकर विभिन्न मंचों से कई तरह की बयानबाजी होती रही। आज लोकसभा में कांग्रेस सांसद ने इस मुद्दे उठाकर यह साबित करने का प्रयास किया कि केंद्र सरकार उनके क्षेत्र की विकास के मामले में अनदेखी कर रही है। भाजपा के कई नेता सतपाल ब्रह्मचारी के इस ‘प्रयास’ को सस्ती लोकप्रियता पाने का प्रयास भर बता रहे हैं। बता दें कि जींद-सफीदों-पानीपत की जिस सड़क को कांग्रेसी सांसद राष्ट्रीय राजमार्ग बता रहे हैं वह राज्य मार्ग है और इसे राष्ट्रीय राजमार्गों की श्रेणी में लाने का कहीं कोई प्रस्ताव भी अभी नहीं है। सड़क चौड़ी होने से जिला जींद व पानीपत क्षेत्र में जो पेड़ कटेंगे, उनकी भरपाई के लिए वृक्षारोपण को क्रमश: 40 व 30 एकड़, कुल 70 एकड़ जमीन की तलाश की जा रही है। लोकनिर्माण विभाग के कैथल व करनाल सर्कल में बंटी इस सड़क को लेकर यह पुष्टि दोनों ही अधीक्षक अभियंताओं ने भी की। आज जिला जींद के लोक निर्माण (भवन एवं मार्ग शाखा) अधीक्षक अभियंता जगबीर चहल, जिनके पास जींद से सफीदों के करसिन्धु गांव तक की सड़क है, ने बताया कि सड़क राज्य मार्ग ही है जिसे जींद से सफीदों तक 3 मीटर चौड़ा करने व सफीदों से पानीपत तक की सड़क को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव सरकार ने मंजूर किया है। उन्होंने बताया कि अब यह पूरी सड़क निर्माण के लिए पानीपत जिला क्षेत्र के प्रभारी करनाल सर्कल को सौंपी गई है। उधर, करनाल के अधीक्षक अभियंता दलेल सिंह दहिया ने फोन पर बताया कि पूरी सड़क स्टेट हाइवे ही है लेकिन जींद से पानीपत तक की पूरी सड़क का काम उनका सर्कल नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि पानीपत से सफीदों के करसिन्धु गांव तक 28 किलोमीटर का ही इलाका उनके सर्कल में है और जींद से पानीपत तक की पूरी सड़क का काम करनाल सर्कल को दिए जाने की कोई विभागीय औपचारिकता शुरू तक नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि उनके क्षेत्र में भी सड़क को फोरलेन बनाने को जो पेड़ कटेंगे उसकी भरपाई को वन विभाग को करीब 30 एकड़ जमीन चाहिए जिसकी व्यवस्था की जा रही है।
रमेश कौशिक ने भी किया था फोरलेन का दावा
बता दें कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से भी पहले सोनीपत के तत्कालीन भाजपा सांसद रमेश कौशिक ने कई बार मंचों पर यह घोषणा की कि जींद से पानीपत तक की सड़क को फोरलेन करने की मंजूरी हो चुकी है जिस पर शीघ्र काम शुरू होने वाला है। उन्होंने चुनाव के बाद भी कई बार मंच से यह भी कहा कि इसका काम राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को सौंप दिया गया है लेकिन ऐसा था नहीं।