स्कूलों में नये सत्र की शुरुआत से पहले पहुंचेंगी पाठ्य पुस्तकें
चंडीगढ़, 4 दिसंबर (ट्रिन्यू)
शैक्षणिक सत्र 2025-26 की शुरुआत होते ही स्कूलों में पाठ्य पुस्तकें पहुंच जाएगी। विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से चार महीने पहले ही स्कूलों से पाठ्य पुस्तकों की डिमांड मांगी है। विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने राज्य के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर कक्षा पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्य पुस्तकों की डिमांड भेजने के निर्देश दिए हैं।
पाठ्य पुस्तकों की डिमांड को लेकर विद्यालय का एमआईएस पोर्टल पर टेक्स बुक डिमांड माड्यूल बनाया है। स्कूल मुखियाओं का 7 दिसंबर तक चरणबद्ध तरीके से पाठ्य पुस्तकों की डिमांड भेजनी होगी। मौलिक शिक्षा महानिदेशक की ओर से स्पष्ट हिदायत दी है कि एमआरएस एनरोलमेंट और एमआईएस ऑफलाइन एडमिशन को मिलाकर डिमांड भेजनी होगी।
पाठ्य पुस्तक की डिमांड की जिम्मेदारी विद्यालय मुखिया की होगी। मुखिया को ओटीपी के माध्यम से डिमांड को सत्यापित करना होगा। यदि कोई स्कूल मुखिया डिमांड को सत्यापित नहीं करता है तो संबंधित स्कूल की डिमांड को शून्य समझा जाएगा और स्कूल मुखिया के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। मौलिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि संबंधित विद्यालय मुखियाओं को हिदायत दें कि निर्धारित अवधि तक डिमांड भेजें।
माड्यूल में कक्षा पहली से पांचवीं तक की डिमांड पहले से भरी आएगी। यानी मौजूदा समय में एमआईएस एनरोलमेंट के आधार पर संख्या आगामी कक्षा में दर्शाई जाए। चूंकि मौजूदा समय के आधार पर विद्यार्थियों की संख्या आगामी सत्र में अगली कक्षा में होगी। यदि मौजूदा समय में कक्षा दूसरी में 100 विद्यार्थी हैं तो वह कक्षा तीसरी की डिमांड में दर्शाए जाएंगे। विद्यालय द्वारा डिमांड कक्षा की संख्या से ज्यादा नहीं भरी जा सकती है।
कक्षा छठी से आठवीं के अनिवार्य विषयों के लिए डिमांड कक्षा पहली से पांचवीं के वैकल्पिक विषयों की मांग भेजी जाए। एमआईएस पोर्टल के माध्यम से समय पर पाठ्यपुस्तकों की डिमांड की रिपोर्ट के आधार पर उन विद्यालयों को निर्देशित करें भेजी गई डिमांड में किसी भी प्रकार की गलत व त्रुटियों के लिए संबंधित विद्यालय मुखिया स्वयं जिम्मेवार होंगे।