सोने की छड़ों, सिक्कों की हॉलमार्किंग हो सकती है अनिवार्य !
नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी)
उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कहा कि सरकार सोने के सिक्कों एवं छड़ों की हॉलमार्किंग को अनिवार्य करने पर विचार कर रही है और प्रयोगशाला में तैयार हीरों के लिए भी नियम बनाए जा रहे हैं। खरे ने यहां ‘सीआईआई रत्न और आभूषण सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को गुणवत्तापूर्ण और सटीक उत्पाद प्रदान करके उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने की जरूरत है। सचिव ने सोने के आभूषणों और सोने की कलाकृतियों की 23 जून, 2021 से शुरू हुई अनिवार्य हॉलमार्किंग के सफल कार्यान्वयन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 40 करोड़ से अधिक स्वर्ण आभूषणों को एक विशिष्ट एचयूआईडी (हॉलमार्क विशिष्ट पहचान) के साथ हॉलमार्क किया जा चुका है, जिससे बाजार में उपभोक्ताओं के लिए अधिक विश्वास और पारदर्शिता सुनिश्चित हुई है। खरे ने कहा, ‘सोने के सिक्कों एवं छड़ों की हॉलमार्किंग अनिवार्य करने के पीछे सोच यह है कि जौहरी सोना आयात करते हैं, तो कई बार वे खुद भी सोने की गुणवत्ता को लेकर सुनिश्चित नहीं होते।’ खरे ने कहा कि भारत के रत्न एवं आभूषण क्षेत्र का बाजार वर्ष 2030 तक 134 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। उपभोक्ता सचिव ने कहा कि भारत वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे बड़ा स्वर्ण निर्यातक भी है।