सोनीपत में हरियाणा का पहला मानव रहित टोल प्लाजा शुरू
हरेंद्र रापड़िया/हप्र
सोनीपत, 12 दिसंबर
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की तरफ से गांव झिंझौली के पास मानव रहित टोल प्लाजा को चालू कर दिया गया है। प्लाजा पर सेंसर के जरिए वाहन का टोल कटना शुरू हो गया है। बिना बूथ के टोल प्लाजा पर सोनीपत से लेकर बवाना तक 29.6 किमी के सफर के लिए कार चालक को 65 रुपये चुकाने पड़ेंगे। जबकि स्कूल बस के लिए हजार रुपये महीना है।
अधिकारियों ने बताया कि एनएच-334पी पर टोल कलेक्शन की पूरी प्रक्रिया स्वचालित है और सेंसर के जरिए फास्टैग से स्वत: टोल शुल्क कट जाएगा। अभी लोगों को जागरूक करने और सभी वाहनों पर फास्टैग सुनिश्चित करने के लिए एक-एक अस्थायी कैश लेन भी होगी। इस राजमार्ग को गांव बड़वासनी के पास एनएच-352ए से लिंक किया है और दिल्ली क्षेत्र में द्वारका एक्सप्रेस-वे (अर्बन एक्सटेंशन रोड-2) से जोड़ा जा रहा है। बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर 80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन दौड़ते नजर आए। इस मार्ग के जुड़ने के बाद सोनीपत, जींद, चंडीगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा होगा। आईजीआई एयरपोर्ट, दिल्ली और गुरुग्राम के लोग भी जल्दी पहुंचेंगे।
यह टोल एडवांस और रेडियो फ्रीक्वेंसी सिस्टम से जुड़ा है। इस टोल प्लाजा पर स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली के पायलट प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है। योजना पूरी होने पर हाईवे पर चढ़ते ही प्रत्येक गाड़ी की एक यूनिक आईडी बनेगी। फिलहाल सेंसर से टोल काटा जा रहा है।
जगभूषण शर्मा, प्रोजेक्ट निदेशक, एनएचएआई