सुर-संध्या में कलाकारों ने मोहम्मद रफी को दी श्रद्धांजलि
कुरुक्षेत्र, 4 जनवरी (हप्र) : सृजन एवं हरियाणा कला परिषद अम्बाला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में कला कीर्ति भवन में गीत-संगीत का कार्यक्रम आयोजित किया गया। सृजन के निदेशक डॉ. योगेश्वर जोशी ने बताया कि यह कार्यक्रम नववर्ष के उपलक्ष्य में सुर-सम्राट मोहम्मद रफी को समर्पित था। लगभग 3 घंटे से अधिक समय तक चले इस कार्यक्रम में सृजन के निदेशक डॉ. योगेश्वर जोशी, डॉ. सुधीर शर्मा, डॉ. दीपक कौशिक, डॉ. स्वरित शर्मा, डॉ. सत्य भूषण, डॉ. माधविका मदान, स्वाति शुक्ला, अक्षि गोयल एवं लता सैन द्वारा गाए गए मधुर गीतों ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। विशेषकर डॉ. योगेश्वर जोशी एवं स्वाति शुक्ला द्वारा गाए गए गीत ‘बेखुदी में सनम रुक गए जो कदम’ तथा इतना तो याद है मुझे’ एवं डॉ. जोशी व अक्षि गोयल द्वारा गाए गए गीतों - तेरी बिंदिया रे और चुरा लिया है तुमने जो दिल को - ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। डॉ. जोशी द्वारा गाए गए गीत -बाबुल की दुआएं लेती जा और दिल का सूना साज तराना ढूंढेगा, दीपक कौशिक एवं डॉ. माधविका मदान द्वारा गाए गए युगल गीत ‘तेरी दुनिया से दूर ने भी खूब तालियां बटोरीं। अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गजल गायक डॉ. सुधीर शर्मा ने गीत ‘आपके पहलू में आकर रो दिए’ गाकर सभी का ध्यान आकर्षित किया। डॉ. शालिनी शर्मा ने प्रभावशाली ढंग से इस कार्यक्रम का मंच संचालन किया। कार्यक्रम का समापन डॉ. जोशी ने - पर्दा है पर्दा है - गीत गाकर किया जिस पर सभी प्रतिभागियों तथा दशकों ने जमकर नृत्य किया।
कार्यक्रम में हरियाणा के सामाजिक न्याय मंत्री कृष्ण बेदी मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। उन्होंने ‘सृजन’ संस्था को पांच लाख रुपये के अनुदान की घोषणा की।
इस अवसर पर सृजन द्वारा शैक्षणिक, सांस्कृतिक, गीत-संगीत, कला एवं मंच संचालन के क्षेत्र में सेवाएं देने वाली 20 विभूतियों को ‘सृजनश्री’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जिसमें उन्हें एक स्मृति चिन्ह एवं एक प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया गया। इनमें डॉ. आर. के. देसवाल, डॉ. भगत सिंह, डॉ. राजपाल, विकास बत्तान, डॉ. अंकेश्वर प्रकाश, डॉ. सुदेश रावल, डॉ. सुरेश कुमार भोला, डॉ. देवेन्द्र खुराना, राजवंत कौर, दीपक चोपड़ा, रेणु खुग्गर, कृष्ण धमीजा, विनोद चौधरी, जगदीप ढांडा, योगिता सिंह, जयनारायण शर्मा, के.के. कौशिक, डॉ. अनुराग कौशल, एम.के. मौदगिल आदि शामिल थे।