सुप्रीम कोर्ट की समय-सीमा आज खत्म डल्लेवाल ने नहीं ली चिकित्सा सहायता
रुचिका एम. खन्ना/ ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 1 जनवरी
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित समयसीमा बृहस्पतिवार को समाप्त हो रही है। बुधवार को पंजाब सरकार इस उम्मीद में रही कि प्रदर्शनकारी किसानों को बातचीत के लिए केंद्र आमंत्रित करेगा।
डल्लेवाल और अन्य प्रदर्शनकारी किसानों ने मंगलवार को कहा था कि जब तक केंद्र बातचीत की पेशकश नहीं करता, तब तक वह चिकित्सा सहायता स्वीकार नहीं करेंगे। पिछले 37 दिनों से अनशन पर बैठे डल्लेवाल को धरना स्थल से हटाने के लिए राज्य सरकार बल प्रयोग नहीं करना चाहती। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘बलपूर्वक कार्रवाई से नुकसान हो सकता है, धरना स्थल पर करीब दो हजार किसान मौजूद हैं।’ पंजाब सरकार बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान यही रुख रखेगी। इस बीच, राज्य सरकार के ‘वार्ताकार’ सेवानिवृत्त एडीजीपी जसकरन सिंह और पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने बुधवार को खनौरी में एसकेएम (गैर-राजनीतिक) नेताओं से मुलाकात कर प्रस्ताव रखा कि राज्य सरकार केंद्र से उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित करने का आग्रह करेगी। हालांकि, दिल्ली में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के दिये बयान को प्रदर्शनकारी किसानों ने इस बात के संकेत माना कि केंद्र बातचीत शुरू नहीं करने जा रहा है। किसान नेताओं ने वार्ताकारों से कहा कि वे राज्य सरकार के प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए बृहस्पतिवार को बैठक करेंगे। भाकियू (सिद्धूपुर) के महासचिव काका सिंह कोटरा ने ट्रिब्यून से कहा कि जब तक केंद्र सरकार बैठक का स्थान व समय तय नहीं करती और इसका पूरा एजेंडा नहीं बताती, तब तक किसान पीछे नहीं हटेंगे और डल्लेवाल चिकित्सा सहायता नहीं लेंगे।
समिति की बैठक में नहीं जाएगा एसकेएम
संयुक्त किसान मोर्चा, पंजाब ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित समिति की 3 जनवरी को पंचकूला में बुलाई गयी बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।