सुपवा स्टेट यूनिवर्सिटी में मिले अफीम के 140 पौधे
रोहतक, 27 मार्च (हप्र)
प्रदेश की एक मात्र फिल्म यूनिवर्सिटी दादा लख्मीचंद स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स (डीएलसी सुपवा) में अफीम के पौधों मिलने से हड़कंप मच गया। सभी पौधों पर डोडे आए हुए थे, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि अफीम के पौधों की खेती 3 माह से ज्यादा की है।
बड़ी बात ये है कि अफीम के पौधे कुलपति कार्यालय के सामने बगीचे की क्यारियों समेत कई स्थानों पर उगे थे, लेकिन किसी भी अधिकारी या कर्मचारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। माना जा रहा है कि अगर विश्वविद्यालय के छात्र मामले की शिकायत राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्चतर शिक्षा विभाग, नारकोटिक्स विभाग व यूजीसी आदि में नहीं करते तो विश्वविद्यालय प्रशासन मामले को उजागर नहीं होने देता। विश्वविद्यालय में मचे हड़कंप के बाद कुलपति प्रो. श्रीप्रकाश सिंह वीरवार शाम करीब 4:00 बजे विश्वविद्यालय पहुंचे। उन्होंने मीडिया से दूरी बनाई रखी। बाद में मामले में सफाई देते हुए जनसंपर्क निदेशक ने बताया कि विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी प्रशासन ने रजिस्ट्रार डॉ. गुंजन मलिक के नेतृत्व में जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।
बृहस्पतिवार को यूनिवर्सिटी में अफीम के पौधों होने की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस का कहना है कि करीब 140 पौधे मिले हैं। मामला दर्ज कर जांच करेंगे। पुलिस का कहना है कि पौधे नशा करने के लिए उगाए गए थे। अफीम के पौधे विश्विद्यालय नर्सरी, विजुअल आर्ट्स डिपार्टमेंट के सामने वाले पार्क में, जहां विश्वविद्यालय के अधिकतर अधिकारियों के ऑफिस डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, यूनिवर्सिटी पीआरओ, डीन एकेडमिक्स, यूनिवर्सिटी प्रॉक्टर और कुलपति कार्यालय के सामने बगीचे की क्यारी समेत कई स्थानों पर उगाए हुए थे। अर्बन ईस्टेट थाना प्रभारी प्रदीप कुमार का कहना है कि ये पौधे नशे की पूर्ति के लिए उगाए गए हैं। अफीम के पौधों पर कट लगाए गए हैं। अफीम निकाल कर उसे नशे के लिए इस्तेमाल किया जाता है। करीब 140 अफीम के पौधे मिले हैं। मामले में मामला दर्ज कर जांच करेंगे।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 5 सदस्यीय कमेटी बनाई
स्टेट यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क निदेशक डॉ. बैनुल तोमर ने कहा कि उन्हें एक स्टूडेंट द्वारा अफीम के पौधे परिसर में होने की जानकारी दी गई थी। यूनिवर्सिटी की तरफ से रजिस्ट्रार डॉ. गुंजन मलिक के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई गई। कमेटी में डीन अजय कौशिक, प्रॉक्टर महेश, सीएसो प्रेम सिंह व डीएचओ शामिल हैं। कमेटी ने सुबह इन अफीम के पौधों के बारे में जानकारी हासिल की। शिकायत के अनुसार अफीम के पौधे यूनिवर्सिटी परिसर में मिले। इसके बाद जिला पुलिस, उपायुक्त व नारकोटिस विभाग को जानकारी दी गई। मामले में आगामी कार्यवाही पुलिस द्वारा की जा रही है। सुपवा स्टूडेंट्स यूनिटी के संस्थापक शिवम पांडे ने उच्च स्तर की जांच की मांग करते हुए दोषियों को सजा और बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने राज्यपाल से विश्विद्यालय में जल्द से जल कुलपति की नियुक्ति की मांग की है।
ऐसे हुआ खुलासा
मामले का खुलासा बुधवार को विश्वविद्यालय के छात्र ने किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय में अफीम की खेती करने की शिकायत प्रदेश के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्चतर शिक्षा विभाग, नारकोटिक्स विभाग, यूजीसी, कुलपति, रोहतक के आयुक्त व उपायुक्त समेत कई जगह की थी। बाद में विश्वविद्यालय का एक छात्र सिक्योरिटी इंचार्ज के साथ अफीम के पौधों की वीडियो बनाने के लिए कहने लगा। जिस पर सिक्योरिटी ने मना कर दिया। सिक्योरिटी इंचार्ज ने रजिस्ट्रार गुंजन मलिक को मामले की जानकारी दी। उच्च अधिकारियों को शिकायत के बाद छात्रों ने अफीम के पौधों की वीडियो जाने की सूचना से विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में 5 सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया। जानकारी पुलिस तक भी पहुंच गई।