सिविल अस्पताल में नहीं हो रही हेपेटाइटिस बी और सी की जांच
जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 30 नवंबर
जींद के स्वास्थ्य विभाग के पास हेपेटाइटिस बी और सी की जांच के लिए किट उपलब्ध नहीं हैं। इस कारण अब जींद के सिविल अस्पताल में जिला भर के हेपेटाइटिस बी और सी के सैंपलों की जांच बंद हो गई है। इसके चलते मरीजों और उनके परिजनों को बाहर निजी लैब से यह महंगा टेस्ट करवाना पड़ता है। इसके लिए उन्हें अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है।
हेपेटाइटिस बी और सी की सरकारी चिकित्सा संस्थानों में जांच की सुविधा केवल जींद के सिविल अस्पताल में है। पूरे जिले के हेपेटाइटिस बी और सी के सैंपल जांच के लिए फील्ड से जींद के सिविल अस्पताल भेजे जाते हैं। एक महीने में हेपेटाइटिस बी और सी के कुल मिलाकर 200 से ज्यादा टेस्ट होते हैं। जींद के सिविल अस्पताल में पिछले लगभग डेढ़ महीने से हेपेटाइटिस बी और सी की जांच के लिए किट नहीं हैं। अस्पताल में हेपेटाइटिस बी और सी के सैंपलों की जांच के लिए जितनी किट उपलब्ध थी, वह सभी लगभग डेढ़ महीना पहले खत्म हो गई थी। उसके बाद, अस्पताल को हेपेटाइटिस बी और सी के सैंपलों की जांच के लिए किट उपलब्ध नहीं करवाई जा सकी हैं। नतीजा यह है कि जींद के सिविल अस्पताल में हेपेटाइटिस बी और सी के सैंपलों की जांच पूरी तरह बंद हो गई है। यह जांच बंद हो जाने से मरीजों के परिजनों को बाहर से हेपेटाइटिस बी और सी की जांच करवानी पड़ रही है। एक टेस्ट के लिए लगभग 600 रुपये से ज्यादा की राशि का भुगतान करना पड़ता है। हेपेटाइटिस सी खुद में घातक बीमारी है। इस बीमारी से मरीज की मौत तक हो सकती है। जिन मरीजों को किसी कारण से रक्त चढ़ाने की जरूरत पड़ती है, उस रक्त की भी हेपेटाइटिस सी को लेकर जांच की जाती है।
सिविल अस्पताल में हेपेटाइटिस बी और सी के सैंपलों की जांच के लिए किट उपलब्ध नहीं होने और इससे अस्पताल में हेपेटाइटिस बी और सी के सैंपलों की जांच बंद हो जाने के मामले में सिविल सर्जन डॉ. गोपाल गोयल से बात की गई तो उनका कहना था कि अस्पताल के लिए यह किट मंगवाने के प्रयास हुए, लेकिन कहीं से किट उपलब्ध नहीं हो पाई।