For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

सिर्फ शेयर बाज़ार में बची है संवेदनशीलता

04:00 AM Dec 31, 2024 IST
सिर्फ शेयर बाज़ार में बची है संवेदनशीलता
Advertisement

आलोक पुराणिक

Advertisement

वर्ष 2024 निकल लिया। यूं चाहें तो इसका क्रेडिट केजरीवाल समर्थक केजरीवाल को, मोदी समर्थक मोदी को और राहुल गांधी समर्थक राहुल गांधी को दे सकते हैं कि हमने 2024 को निकलने दिया, रोक लेते तो बहुत बवाल हो सकते थे।
जून, 2024 में लोकसभा के चुनाव परिणामों के बाद कांग्रेस को ऐसा भ्रम दिया गया कि अब तो बस प्रधानमंत्री ही उनकी पार्टी का बन सकता है। पर हरियाणा और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनावों ने संकेत दिया कि प्रधानमंत्री तो दूर की बात है, मुख्यमंत्री की पोस्ट भी अभी उनसे बहुत दूर है। वक्त मजाक भी करता है।
कुल मिलाकर, इस्राइल 2024 में भी गाजापट्टी पर बमबारी करता रहा। हमास के आतंकी आम जनता को कवच बनाकर मरवाते रहे। आतंकी आम जनता की आड़ में आतंक के अधिकार को मानवाधिकार मनवाना चाहते हैं और दूसरी तरफ इस्राइल आतंकियों के साथ आम जनता को भी लगातार मारता रहा।
अमेरिका में ट्रंप के चुनाव जीतने से कई नेताओं की उम्मीदें हार गयी हैं। पाक में अब इमरान खान सोच रहे हैं कि ट्रंप उन्हें जेल से निकलवा देंगे। यही इमरान कुछ समय पहले कहते थे कि अमेरिका ने उन्हें हुकूमत से बाहर करवाया है। यह विकट किस्म की कॉमेडी का सीन है। पहले जिस पर आरोप लगाओ और फिर उसी से निवेदन करो कि हेल्प मी। यह कॉमेडी का नहीं, शर्म का भी सीन है। पर पाकिस्तान के नेता, आर्मी जनरल किसी भी किस्म की शर्म से मुक्त हो चुके हैं।
भारत में मुंबई शेयर बाजार की इंडेक्स यानी सेंसेक्स जरूर संवेदनशील दिखी, क्योंकि उसका नाम ही संवेदनशील या संवेदी सूचकांक है। लोगों ने शेयर बाजार से बहुत कमाये, जितनों ने कमाये उतनों से ज्यादा ने गंवाये भी। गंवाने वाले फिर नयी और रकम के साथ बाजार में आये, और कमाने वाले भी इस भाव से बाजार में आये कि अभी बहुत न कमा पाये। कुल मिलाकर संतुष्ट कोई न दिखा। संतोष सब तरफ से गायब रहा, जो विधायक हो गया, वह मंत्री पद के लिए असंतुष्ट रहा और जो मंत्री हो गया, वह मुख्यमंत्री पद के लिए असंतुष्ट रहा। कुल मिलाकर असंतोष ही छाया रहा।
हिंदी फिल्मों को दक्षिण की फिल्मों ने 2024 में भी वैसे ही पीटा, जैसे पहले पीटती रही हैं। पुष्पा टू ने धूम मचा दी, 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजनेस करके। हिंदी फिल्म के निर्माता निर्देशक खौफ में हैं, हिट फिल्मों के फार्मूले साऊथ से आ रहे हैं। मुगले आजम वगैरह के रिमेक अब साऊथ की स्टाइल से बनाये जायेंगे। शोले का गब्बर सिंह तमिल बोलेगा और सांभा तेलुगू में जवाब देगा।

Advertisement
Advertisement
Advertisement