साल बदला, हाल नहीं.... किंग कोहली फिर नाकाम, भारतीय पारी 185 रन पर सिमटी
पहले दिन का खेल समाप्त होने पर आस्ट्रेलिया ने एक विकेट पर नौ रन बनाये थे। कार्यवाहक कप्तान जसप्रीत बुमराह ने खराब फॉर्म से जूझ रहे उस्मान ख्वाजा (2) को पवेलियन भेज दिया। युवा सैम कोंस्टास सात रन बनाकर खेल रहे थे जिन्होंने बुमराह को पहली गेंद पर चौका लगाया। बुमराह और कोंस्टास के बीच हल्की बहस भी देखी गई। इससे पहले बुमराह ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों को अति रक्षात्मक खेलने का खमियाजा भुगतना पड़ा।
आस्ट्रेलिया के लिये स्कॉट बोलैंड ने 20 ओवर में 31 रन देकर चार विकेट लिये जबकि मिचेल स्टार्क ने 18 ओवर में 49 रन देकर तीन विकेट चटकाये। कप्तान पैट कमिंस को दो विकेट मिले। रोहित का मैच से बाहर रहने का फैसला जहां भविष्य को ध्यान में रखकर लिया गया, वहीं लगातार खराब खेल रहे कोहली को टीम में बनाये रखने का कारण समझ में नहीं आया। कोहली के पास पारंपरिक प्रारूप की टीम में अपनी जगह बनाये रखने के लिये अब बस एक पारी बची है।
अगर पर्थ टेस्ट के शतक को छोड़ दिया जाये तो कोहली ने पिछली 20 टेस्ट पारियों में सिर्फ 17. 57 की औसत से रन बनाये हैं। कोहली पहली ही गेंद पर आउट होने से बच गए लेकिन इसका फायदा नहीं उठा सके और लंच के बाद स्कॉट बोलैंड ने ही उन्हें आफ स्टम्प से बाहर गेंद डालकर स्लिप में लपकवाया। केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने पारी का आगाज किया लेकिन पहले ही घंटे में आउट हो गए। कोहली के आने पर दर्शकों ने एक बार फिर हूटिंग की।