जगाधरी, 11 मई ( हप्र)जगाधरी के हनुमान गेट स्थित दिव्य ज्योति जागृति संस्थान आश्रम में रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। इसमें साध्वी सरस्वती भारती ने साधक के गुणों का वर्णन करते हुए कहा कि साधारण व्यक्ति से साधक बनने की यात्रा को तय करना सरल नहीं है, लेकिन इस यात्रा को पूर्ण करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करना असंभव भी नहीं है।साध्वी ने एक साधक के गुणों का बहुत सुंदर वर्णन करते हुए कहा कि जो साधना में अपने मन, वचन, कर्म को साध लेता है वो ही एक सच्चा साधक कहलाता है। साधक संसार में एक साधारण व्यक्ति की तरह ही विचरण करता है, लेकिन वह अंतरात्मा से विरक्त और निर्मोही हो जाता है, जिस पर किसी व्यक्ति,वस्तु या परिस्थिति का कोई प्रभाव नहीं पड़ता। एक साधक जो निरंतर ध्यान साधना के दायरे में स्वयं को बांध कर रखता है वह धीरे-धीरे स्वयं को ऐसा बना लेता है कि उस साधक और साध्य में कोई भेद नहीं रहता।