सांसद जिंदल ने दिये मनरेगा के तहत हुए कार्यों की जांच के आदेश
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 7 जनवरी
जिला स्तरीय विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद नवीन जिंदल ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत 10 महीनों में हुए 18 करोड़ रुपयों के कार्यों की गहन जांच के आदेश दिए हैं। बैठक के दौरान गुहला विधायक देवेंद्र हंस ने जिले के विभिन्न गांवों में मनरेगा कार्यों में हो रही अनियमितताओं का मुद्दा उठाया। मंगलवार को लघु सचिवालय में आयोजित बैठक में सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि मनरेगा में सबसे ज्यादा गड़बड़ी सामने आती है। यह योजना ग्रामीणों को रोजगार देने के लिए बनाई गई है, लेकिन यदि इसमें अनियमितताएं हो रही हैं, इन्हें तुरंत रोका जाना चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे इन कार्यों की जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
सांसद जिंदल ने अधिकारियों से कहा कि फर्जी मस्टररोल तैयार करने जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए प्रणाली को और अधिक पारदर्शी बनाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि ऐसी गड़बडिय़ों के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। सांसद नवीन जिंदल ने बताया कि ऐसे लोगों के फर्जी मस्टरोल तैयार किए जा रहे हैं, जो लंबे समय से विदेश में रह रहे हैं। उनके नाम से फर्जी एटेंडेंस लगाकर राशि को खुद हड़पा जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह गड़बड़ी पूरे जिले में हो रही है, जिसकी जांच हो तो बहुत बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।
इस अवसर पर पूंडरी विधायक सतपाल जांबा, गुहला विधायक देवेंद्र हंस, डीसी प्रीति, एडीसी दीपक बाबू लाल करवा, जिला परिषद चेयरमैन कर्मबीर कौल, सीईओ जिला परिषद सुशील कुमार, गुहला एसडीएम कृष्ण कुमार, कैथल एसडीएम अजय सिंह, डिप्टी सीईओ जिला परिषद रितू लाठर, डीडीपीओ कंवर दमन सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
काम नहीं करने वाले ठेकेदार को रगड़ दो
सांसद नवीन जिंदल ने बिंदुवार एजेंडों पर बात करते हुए पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों को अच्छी सड़क बनाने व टूटी सड़कों की मरम्मत करने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जो काम करें, स्टैंडर्ड से करें। उन्होंने पीडब्ल्यूडी विभाग के एक्सियन से टूटी सड़कों के बारे में कहा कि आपका ठेकेदारों से क्या लिहाज है। अगर वे काम नहीं करते हैं तो उन्हें रगड़ दो। उन पर केस दर्ज करवाओ।
एजुकेशन डायरेक्टर को किया फोन
सांसद नवीन जिंदल ने स्कूलों में शिक्षकों की कमी व सरप्लस होने की जानकारी मिलने पर मौके पर ही विभाग के आला अधिकारियों से बात की और स्कूलों में मिड डे मील में रिफाइंड ऑयल का प्रयोग न करने व स्कूलों में शिक्षकों की कमी व सरप्लस अध्यापकों को समायोजित करने बारे बात की। उन्होंने स्कूलों के अंग्रेजी व हिंदी माध्यम को लेकर भी शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों से बैठक के बीच में ही बातचीत कर आवश्यक कदम उठाने को कहा। सांसद ने स्कूलों में शौचालय व स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बता दें कि 'दैनिक ट्रिब्यून' ने टीचरों के इस मसले को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। यह टीचरों का मुद्दा विधायक सतपाल जांबा ने बैठक में उठाया। उन्होंने 'दैनिक ट्रिब्यून' की खबर पर मुहर लगाते हुए ढांड व सोलूमाजरा में टीचरों की स्थिति से अवगत करवाया।
टॉप सॉयल बारे किया जागरूक
सांसद नवीन जिंदल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी सड़क निर्माण या अन्य प्रोजेक्ट के लिए मिट्टी की आवश्यकता होती है। यहां जमीन के ऊपरी सतह से ही मिट्टी उठा ली जाती है, जबकि यह लाखों साल में बनने वाली उपजाऊ मिट्टी होती है। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि जब भी किसी प्रोजेक्ट के लिए मिट्टी की आवश्यकता हो तो वे भूमि की ऊपरी सतह की मिट्टी को संरक्षित कर लें और पौधरोपण व अन्य कृषि संबंधी कार्यों में इस मिट्टी का प्रयोग किया जाए। भराई के लिए इसके नीचे की मिट्टी का प्रयोग करें।
स्टेडियमों में ग्राउंड्समैन, जिम का सामान देने का ऐलान
खेलों को लेकर सांसद नवीन जिंदल ने स्टेडियमों में ग्राउंड्समैन व जिम का सामान देने का ऐलान किया। उन्होंने खेल विभाग में जब ग्राउंड्समैन की कमी का पता चला तो कहा कि राष्ट्रीय स्तर के इच्छुक खिलाड़ियों को वे अपनी ओर से नियुक्त कर देंगे। विभाग उन्हें इस बारे में सुझाव दे और सभी अच्छी हालत के स्टेडियम में वे अपनी ओर से जिम का अच्छी गुणवत्ता का सामान भी उपलब्ध करवाएंगे। सांसद ने विशेष रूप से एडीसी दीपक बाबू लाल करवा की ड्यूटी लगाते हुए कहा कि वे जिले के स्टेडियमों को लेकर रिपोर्ट तैयार करेंगे।