सरकार कर रही अंत्योदय की भावना से काम: मनोहर
करनाल, 5 नवंबर (हप्र)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार अंत्योदय की भावना से काम कर रही है। वे सेक्टर-13 के कम्युनिटी सेंटर, गांव रतनगढ़, गांव उचाना व रामनगर में जनसंवाद कार्यक्रमों में शिरकत के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गांव उचाना में लोगों की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए सदर थाना एसएचओ अजायब सिंह को तत्काल सस्पेंड कर एसपी को आगामी कार्रवाई के आदेश दिए। वहीं एक अन्य केस में संतोषजनक जवाब नहीं दे पाने पर नगर निगम की एक्सईएन प्रियंका सैनी को भी सस्पेंड करने के आदेश दिए। प्लॉट संबंधी हेराफेरी के दो मामलों में एसपी शशांक कुमार सावन को एफआईआर दर्ज करके जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने को कहा। वहीं गांव फूसगढ़ निवासी सुरजीत की शिकायत पर सेक्टर- 32 थाना पुलिस इंचार्ज को चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि रेडियोग्राफर के पदों पर भर्ती हुए युवाओं को जल्द ही नियुक्ति दी जाएगी। सप्ताह भर में डॉक्यूमेंट स्क्रूटनी के बाद बाकी प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। वे वार्ड नंबर 10 में आयोजित जनसंवाद में बोल रहे थे। जनसंवाद के दौरान अनेक लोगों ने प्लॉट से संबंधित समस्या बताई। इस दौरान एक प्राइवेट बिल्डर का मामला आने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में है। वे इसे स्वयं देखेंगे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान बुजुर्गों, माताओं और युवाओं से बात की और मौके पर ही अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। पत्नी के तबादले के लिए पहुंचे एक दिव्यांग ने अपनी बात रखी तो मुख्यमंत्री ने कहा कि हालात की गंभीरता को देखते हुए एबीआरसी के पद पर तैनात दिव्यांग की पत्नी का तबादला किया जाएगा। मौके पर करनाल की मेयर रेनू बाला गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, वीर विक्रम कुमार, कृष्ण लाल तनेजा के अलावा अन्य मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस गांव में 30 से 40 विद्यार्थी हैं, वहां पर मिनी बस, जिस गांव में 5 से 10 विद्यार्थी हैं वहां पर शिक्षा विभाग की ओर से परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी। योजना को करनाल के गांव रतनगढ़ के जनसंवाद कार्यक्रम में शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना को प्रथम चरण में करनाल जिला और उसके बाद प्रदेश के अन्य जिलों में लागू की जाएगी।
आईटीआई इंस्ट्रक्टरों को 10 दिन में नियुक्ति
उचाना गांव के एक युवक द्वारा लाइब्रेरी संबंधी मांग रखे जाने पर मुख्यमंत्री ने तत्काल 5 लाख रुपये देने की घोषणा की। वहीं एक अन्य युवक की ओर से आईटीआई इंस्ट्रक्टरों की भर्ती होने के बावजूद उन्हें नियुक्ति नहीं मिलने का मामला उठाये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में पहले ही निर्देश दिये जा चुके हैं। अगले 10 दिन में डॉक्यूमेंट स्क्रूटनी के पश्चात पात्र अभ्यर्थियों को जल्द से जल्द नियुक्ति दी जाएगी।