फरीदाबाद, 6 अप्रैल (हप्र)जिले के गांव सारन में स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों से स्कूल कैंपस में कूड़ा उठवाने का मामला सामने आया है। कूड़ा उठाते हुए बच्चों का एक वीडियो भी सामने आया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल प्रिंसिपल अल्का रानी को कारण बताओ नोटिस जारी करने की बात कही है।फरीदाबाद ब्लॉक के गांव सारन में स्थित सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बना हुआ है। शनिवार को स्कूल में पढ़ाई करने के लिए आए बच्चों में से कुछ बच्चों को पढ़ाई कराने के बजाय स्कूल में पड़े कूड़े के ढेर को डस्टबिन में भरकर दूसरी जगह डालने के काम में लगा दिया। स्कूल की ड्रेस पहने बच्चे कूड़े को डस्टबिन में भरकर दूसरी जगह डालते हुए नजर आए, बल्कि हाथ में झाडू लेकर गंदगी को साफ भी किया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि हाथों में बिना ग्लव्स पहने बच्चे कूड़े के ढेर से कूड़े को हाथ से उठाकर डस्टबिन में भर रहे है।कूड़ा उठाते समय बच्चों के पास को कोई मास्क तक नहीं है। बच्चे लकड़ी के टुकड़े की मदद से कूड़े को डस्टबिन में डाल रहे है। बच्चों को कूड़ा उठान के लिए बच्चों को फावड़ा भी नहीं दिया गया। स्कूल में साफ-सफाई का काम करने के लिए स्कूल में सफाई कर्मचारी नियुक्त किया गया है लेकिन उसके बाद भी स्कूल में पढऩे आने वाले बच्चों से सफाई का काम कराया गया।स्कूल में कूड़े के ढेर का उठान करते समय कोई स्कूल का कोई भी टीचर बच्चों के साथ मौजूद नहीं था। जबकि अगर स्कूल कैंपस में सफाई अभियान चलाया जाता है, तो बच्चों के साथ स्कूल का स्टाफ भी काम करता है और बच्चों के साथ मौजूद रहता है। जब इस बारे में स्कूल प्रिंसिपल अल्का रानी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि एक बच्चे की स्कूल बुक्स गायब हो गई थी, जिसको बच्चे कूड़े में तलाश कर रहे थे। स्कूल में बच्चों को किताब बांटी जा रही थी। उसी समय किसी बच्चे की बुक्स गायब हो गई।इस मामले में की जाएगी कार्रवाई : डीईओअगर कैंपस में बच्चे सफाई कर रहे हैं तो कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन बच्चों के साथ स्कूल स्टाफ का साथ रहना जरूरी है। इस मामले को लेकर वो स्कूल प्रिंसिपल अल्का रानी को कारण बताओ नोटिस जारी करेंगे। इस तरफ से कूड़े को डस्टबिन में भरवाना पूरी तरह से गलत है। - अजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी