समालखा में चिराग योजना फ्लाॅप, सिर्फ एक स्कूल ने दिखायी दिलचस्पी
विनोद लाहोट/निस
समालखा, 29 मार्च
गरीब परिवार के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में फ्री शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार की चिराग योजना समालखा में फ्लाप साबित हो रही है। इस वर्ष भी सरकार की इस योजना के अंतर्गत गरीब बच्चों को दाखिला देने के लिए शहर का एक भी नामी स्कूल आगे नहीं आया है। समालखा खंड में शहर व ग्रामीण क्षेत्र मे 70 से भी ज्यादा प्राइवेट स्कूलों में से पिछले साल चिराग योजना में जौरासी रोड स्थित गीता वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ने बहुत कम दाखिले किए थे। इस बार उसने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए। इस साल नए शिक्षा सत्र के लिए गांव शहर मालपुर स्थित मदर इंडिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल ने चिराग योजना में दाखिले करने की स्वीकृति सरकार को दी है। मदर इंडिया स्कूल ने शिक्षा विभाग को कक्षा 5-12वीं तक की मंजूर सीटों के अनुसार कक्षा 5 व 6 वीं के लिए 6-6 सीट, कक्षा 7 और 8वीं में 7-7 सीट, कक्षा 9 व 10वीं के लिए 9-9 सीटें तथा कक्षा 11 व 12वीं में 11-11 सीटें प्रस्तावित हैं।
तीन साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल सरकार ने प्रदेश मे आरटीई एक्ट 134 ए योजना को खत्म करके प्रदेश के बीपीएल परिवारों के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों मे फ्री व अच्छी शिक्षा दिलाने के उदेश्य से चिराग योजना शुरू की थीद्ध योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवार के बच्चो को प्राइवेट स्कूलो मे कक्षा 5 से 12 वीं तक निशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाए रही है। चिराग योजना के अंतर्गत कक्षा 5-8 वी तक 700 रूपए, कक्षा 8-10 वी मे 900 रूपए व कक्षा 11-12 वीं में प्रवेश देने वाले स्कूल प्रबंधक को प्रति बच्चा के हिसाब से दिये जाने प्रस्तावित है।