समाधान शिविरों में लापरवाही पर सख्त हुए मुख्यमंत्री
चंडीगढ़, 29 नवंबर (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने समाधान शिविरों में जनता की शिकायतों के समाधान में हो रही लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि शिविरों में आने वाली शिकायतों का तत्काल निवारण किया जाए और हर दिन इसकी रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय को भेजी जाए। मुख्यमंत्री ने शिकायतकर्ताओं से संवाद करते हुए कहा कि बार-बार एक ही समस्या लेकर आना प्रशासन की विफलता दर्शाता है। उन्होंने अधिकारियों को चेताया कि यदि समस्याओं का निपटारा समय पर नहीं हुआ, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्य सचिव विवेक जोशी ने कहा कि समाधान शिविरों का उद्देश्य जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान करना है। उन्होंने बैंकिंग सेवाओं और परिवार पहचान पत्र से जुड़ी समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की बात कही।
ये उठाए कदम
दैनिक रिपोर्ट अनिवार्य
सभी डीसी को निर्देश दिए गए हैं कि शिकायतों की दैनिक फीडबैक रिपोर्ट मुख्य सचिव कार्यालय में भेजें।
लापरवाही पर सख्त कार्रवाई
शिकायतों के समाधान में कोताही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री की मॉनिटरिंग : मुख्यमंत्री स्वयं शिविरों की मॉनिटरिंग करेंगे और किसी भी शिविर से जुड़कर शिकायतें सुन सकते हैं।
परिवार पहचान पत्र से जुड़ी समस्याएं : जाति, आय, रिहायशी प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, वृद्धावस्था पेंशन जैसी सेवाओं को तेजी से हल करने के निर्देश दिए गए हैं।
समस्या रद्द करने के कारणों की जांच : शिविर में रद्द की गई समस्याओं के कारणों की समीक्षा के आदेश दिए गए हैं।
संवाद की बेहतर व्यवस्था : शिविरों में टीवी स्क्रीन और माइक की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है ताकि मुख्यमंत्री सीधे जनता से संवाद कर सकें।
शिकायतों का शीघ्र निपटारा : शिविरों में आने वाली शिकायतों के त्वरित समाधान को प्राथमिकता दी जाएगी।