संस्थापक घासीराम मलिक की जयंती पर निर्णय : गठवाला खाप ने लगायी शादी समारोह में द्विअर्थी गाने बजाने पर रोक
गोहाना (सोनीपत), 19 फरवरी (हप्र) : अखिल भारतीय गठवाला (मलिक) खाप के संस्थापक दादा घासीराम की 156वीं जयंती पर आयोजित समारोह में खाप के प्रतिनिधियों ने शादी समारोह में द्विअर्थी गाने बजाने पर रोक लगा दी। खाप के लोग अपने गांव व पड़ोसी गांव में भी शादी नहीं करेंगे। खाप ने इसके साथ कई अहम सामाजिक निर्णय लिए, जिनकी घोषणा अध्यक्ष दादा बलजीत मलिक ने की। समारोह में सहकारिता, पर्यटन एवं विरासत मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने कहा कि दादा घासीराम दूरदर्शी, न्यायप्रिय, धैर्यवान, मधुर भाषी और अतिथि सत्कार की मूर्ति थे।
बुधवार को मलिक भवन में आयोजित समारोह में खाप के दादा बलजीत मलिक ने कहा कि मलिक गोत्र में होने वाली शादियों में द्विअर्थी गाने बजाने और फूहड़ नाच पर रोक लगा दी गई है। खाप के लोग अब शादियों और पार्टियों में भोजन को बर्बाद होने से बचाएंगे। मृत्यु भोज और दशौरी काज को प्रोत्साहन नहीं दिया जाएगा। युवाओं को नशे से बचाते हुए संस्कारवान बनाया जायेगा। खाप में अगर कोई प्रेम विवाह करेगा तब उन्हें माता-पिता की सहमति जरूर लेनी होगी।
इस मौके पर खाप की तरफ से कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा से गोहाना से महम रोड का नाम और गांव आहुलाना के राजकीय उच्च विद्यालय का नाम दादा घासीराम के नाम पर रखने, खाप के आदिपुरुष वीर जाटवान मलिक की सात बांस गांव और उनके पैतृक गांव देपल के पार्क में प्रतिमा लगाने की मांग की गई। कैबिनेट मंत्री ने खाप की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया।
अध्यक्ष मलिक ने कहा कि खाप किसानों की सभी जायज मांगों का समर्थन करती रहेगी। इसके साथ खाप लिव-इन का विरोध करती रहेगी। खाप की तरफ से 90 वर्ष की आयु में दौड़ लगाने वाले जींद के गांव जजबेरी के जीत सिंह को सम्मानित किया गया।
इस मौके पर खाप के उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह मलिक, पूर्व सांसद धर्मपाल मलिक, हरवीर सिंह मलिक, कैप्टन जोगेंद्र मलिक, आकाशवाणी के पूर्व निदेशक धर्मपाल मलिक, रामकिशन मलिक, जसबीर सिंह मलिक मौजूद रहे।