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संस्कृत को जन भाषा बनाने का प्रयास सराहनीय : घनश्याम दास अरोड़ा

04:52 AM Jan 07, 2025 IST
समालखा के पट्टीकल्याणा मेंे हरियाणवीं लोक नृत्य करतीं छात्राएं। -निस

समालखा, 6 जनवरी (निस)
प्रदेश के घर-घर में संस्कृत की पहुंच हो, इसके लिए प्रत्येक कार्यकर्ता पूर्ण निष्ठा और लग्न के साथ कार्य करेंगे। इस उद्घोष के साथ सोमवार को पट्टीकल्याणा के ग्राम विकास सेवा साधना आश्रम में संस्कृत भारती का दो दिवसीय प्रांत सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में विभिन्न दायित्वों की भी घोषणा की गई। इस अवसर पर विधानसभा में संस्कृत में शपथ लेने पर यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा का सम्मान किया गया। प्रांत सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता प्रांत अध्यक्ष डॉ.सोमेश्वर दत्त ने की। मुख्य वक्ता उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री नरेंद्र कुमार ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि संस्कृत को गांव-गांव, घर-घर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रत्येक कार्यकर्ता की है। हम क्या अच्छा कर सकते हैं। इस बारे में व्यापक चिंतन जरूरी है। चर्चा सत्र में यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने संस्कृत भारती की सराहना करते हुए कहा कि संस्कृत भारती संस्कृत को जनभाषा बनाने में प्रयास कर रही है। संस्कृत देव भाषा है। कार्यकर्ता इसे घर- घर तक पहुंचने का कार्य करें। संस्कृत के प्रति उनका समर्पण भी सदैव बना रहेगा। अखिल भारतीय संगठन मंत्री जयप्रकाश ने संबोधित किया और कहा कि संस्कृत के प्रति खूब नेरेटिव रचा गया है। इसे संभाषण से ही समाप्त किया जा सकता है। इस अवसर पर अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख हुल्लास चंद, उत्तर क्षेत्र संपर्क प्रमुख डॉ.जोगेंद्र, प्रांत मंत्री प्रमोद शास्त्री, प्रांत सह मंत्री भूपेंद्र, ईशम सिंह, न्यास अध्यक्ष डॉ.रामनिवास, प्रचार प्रमुख सतेंद्र कुमार, कोष प्रमुख डॉ. सुरेश कुमार, पुष्पेंद्र, डॉ. नवीन शर्मा, सुशील शास्त्री हिसार,प्रवेश कौशिक, डॉ.शैलेंद्र उपस्थित रहे।
इन्हें मिला दायित्व
संस्कृत भारती के प्रांत अध्यक्ष डॉ. सोमेश्वर दत्त ने संगठन के दायित्वों की घोषणा की। काशी को गुरुग्राम का सहमंत्री, महिपाल को संपर्क प्रमुख, जगमीत को शिक्षण प्रमुख नियुक्त किया गया। कप्तान गुरुदयाल शर्मा को पलवल संपर्क प्रमुख, सुशील शास्त्री को हिसार विभाग सह संयोजक, कर्मवीर को गीता शिक्षण प्रमुख, पारस को विद्यालय कार्य प्रमुख मनोनीत किया गया। इसी क्रम में सुरेंद्र भारद्वाज को जींद जिला मंत्री, रमेश कुमार को विद्यालय कार्य प्रमुख, निशु को नरवाना बाल केंद्र प्रमुख के रूप में दायित्व दिया गया।

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