संसद और विधानसभा में तथ्यों के आधार पर हो ‘बहस’ : ओम बिरला
चंडीगढ़, 14 फरवरी (ट्रिन्यू)
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने राजनीतिक दलों को नसीहत दी कि केवल विरोध करने के लिए विरोध करना अनुचित है। विपक्ष को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि संसद और विधानसभाओं में नियोजित तरीके से गतिरोध पैदा करना जायज नहीं है। वे शुक्रवार को हरियाणा विधानसभा में प्राइड द्वारा आयोजित दो दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने की।
ओम बिरला ने कहा कि नियोजित तरीके से गतिरोध पैदा करने से न केवल समय बर्बाद होता है, बल्कि विधायी कार्य भी प्रभावित होते हैं। लोकसभा व विधानसभा सदस्यों को जनता ने इसलिए चुनकर भेजा है कि वे संसद व विधानसभा में उनकी आवाज उठा सकें। लोकसभा व विधानसभाओं में सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए। बेशक, विपक्ष को सरकार की कमियों को भी उजागर करना चाहिए, लेकिन चर्चा और संवाद तथ्यों के आधार पर हो।
90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में 40 विधायक पहली बार चुनकर आए हैं। स्पीकर हरविन्द्र कल्याण ने विधायकों को विधायी कार्यों में पारंगत करने के लिए यह आयोजन करवाया। इससे पहले भी विधायकों की एक दिन की ट्रेनिंग वर्कशॉप आयोजित की जा चुकी है। पहले सत्र के बाद ओम बिरला ने दोनों राज्यों के स्पीकरों, हरियाणा के हरविन्द्र कल्याण और पंजाब के कुलतार सिंह संधवा के साथ पत्रकारों से बातचीत भी की।
15 राज्यों में प्रशिक्षण कार्यक्रम
बिरला ने कहा कि शहरी स्थानीय निकायों तथा पंचायतीराज संस्थाओं के लिए भी इस तरह के नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम होने चाहिएं। उन्होंने कहा कि शहरों व गांवों के जनप्रतिनिधियों के बीच संवाद बढ़ाने की जरूरत है। इससे कार्यपालिका में सुधार होगा, भ्रष्टाचार रुकेगा और बेहतर नीतियां व कानून बनाने में मदद मिलेगी।