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संगठन को साधने में ‘विफल’ रहे बाबरिया, टिकटों के वितरण में भी रहा विवाद

04:04 AM Feb 16, 2025 IST
बीके हरिप्रसाद

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 15 फरवरी
कांग्रेस हाईकमान ने फिर से कर्नाटक मूल के बीके हरिप्रसाद को हरियाणा कांग्रेस प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी है। दीपक बाबरिया की जगह उन्हें प्रभारी बनाया गया है। इससे पहले 2013 में भी हरिप्रसाद हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं। बेशक, उन्हें हरियाणा को लेकर पुराना अनुभव है, लेकिन पार्टी नेताओं की गुटबाजी व संगठन का गठन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती रहने वाली है। बाबरिया को भी शक्ति सिंह गोहिल को हटाकर यह जिम्मेदारी दी गई थी। वे हरियाणा के साथ-साथ नई दिल्ली कांग्रेस के भी इंचार्ज थे। शक्ति सिंह गोहिल हरियाणा में संगठन गठन की कवायद को लगभग पूरी कर चुके थे। लेकिन इसी बीच पार्टी ने उनकी जगह दीपक बाबरिया को प्रभारी बना दिया। प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान की ओर से प्रदेश के अलावा जिला व ब्लाॅक पदाधिकारियों की लिस्ट बाबरिया के पास भेजी भी गई।

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इतना ही नहीं, खुद बाबरिया ने भी संगठन गठन को लेकर प्रदेश के सभी नेताओं से फीडबैक लिया। राहुल गांधी ने लगभग एक साल पहले संगठन गठन के लिए समय सीमा भी तय कर दी थी, लेकिन बाबरिया ने संगठन की लिस्ट नेतृत्व के सामने रखी ही नहीं। ऐसे में राज्य में कांग्रेस पिछले 12 वर्षों से बिना संगठन के चल रही है। हालिया विधानसभा चुनावों में टिकट आवंटन के दौरान बाबरिया सबसे अधिक सुर्खियों में आए थे।

विधानसभा के टिकट आवंटन में पार्टी नेतृत्व ने भी बाबरिया की रिपोर्ट पर काफी भरोसा जताया। एंटी हुड्डा खेमे के नेताओं की ओर से बाबरिया की कार्यशैली पर सवाल भी उठाए गए। टिकट आवंटन होने के बाद वे ‘बीमार’ पड़ गए। उन्हें ऐसी ‘राजनीतिक बीमारी’ हुई कि उन्होंने विधानसभा के चुनाव प्रचार में भी भाग नहीं लिया। विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बाबरिया ने प्रभारी पद छोड़ने की पेशकश भी नेतृत्व से की। अब पार्टी ने उनकी जगह बीके हरिप्रसाद को प्रभारी नियुक्त किया है।

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इंचार्ज बदलते रहे लेकिन गुटबाजी नहीं खत्म हुई
हरियाणा कांग्रेस में पिछले पांच वर्षों की अवधि में तीन प्रभारी बदले जा चुके हैं। लेकिन कोई भी प्रभारी गुटबाजी को खत्म नहीं कर पाया। दीपक बाबरिया 9 जून, 2023 को प्रदेश इंचार्ज बने थे। उनसे पहले शक्ति सिंह गोहिल के पास यह जिम्मा था। गोहिल लगभग छह माह ही प्रदेश में काम कर पाए। उनसे पहले विवेक बंसल को प्रभारी बनाया गया था। बंसल 12 सितंबर, 2020 को प्रभारी बने थे। बंसल से पहले गुलाम नबी आजाद और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी हरियाणा में बतौर प्रभारी काम कर चुके हैं।

वायरल मैसेज पर हुआ था घमासान
विधानसभा चुनावों में ईवीएम में धांधली के आरोप कांग्रेस ने लगाए। इन आरोपों के पीछे एक बड़ा कारण यह भी था कि नतीजों से पहले ही दीपक बाबरिया के मोबाइल में एक मैसेज मौजूद था, जिसमें हरियाणा के चुनावी नतीजों का जिक्र था। नतीजे आए भी वैसे ही थे जैसे कि मैसेज में थे। बाद में बाबरिया ने दावा किया कि उन्होंने यह मैसेज प्रदेशाध्यक्ष चौ़ उदयभान को भेज दिया था। वहीं उदयभान ने कहा था कि उनके पास आधा-अधूरा मैसेज फॉरवर्ड किया गया।

इन चुनौतियों से होगा जूझना

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