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श्री कृष्ण के जन्म के बाद लगाया 56 भोग का प्रसाद

09:55 AM Aug 27, 2024 IST
श्री कृष्ण के जन्म के बाद लगाया 56 भोग का प्रसाद
अम्बाला शहर में सोमवार को भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करने के लिए लाइन में लगे श्रद्धालु। -हप्र

अम्बाला शहर (हप्र)

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शहर के हर छोटे बड़े मंदिर में श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही। मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। नटखट गोपाल के रूपों को देखने मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। फूल बंगला, भजन कीर्तन, मनोमोहक झांकियां और जन्म उपरांत 56 भोग का प्रसाद बड़े मंदिरों में विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। कृष्ण जन्माष्टमी ने पूरे वातावरण भगवान कृष्ण की भक्ति के रंग में रंग दिया। मंदिरों में आधी रात को भगवान श्री कृष्ण के जन्म लेते ही मंदिरों में बजी घंटियों की आवाजें दूर-दूर तक सुनाई पड़ीं जिनको सुनकर श्रद्धालुओं ने अपना व्रत खोला। पटाखे भी फोड़े गए। भगवान श्री कृष्ण का जन्म होते ही उन्हें अभिषेक करके 56 भोग लगाए गए। जन्माष्टमी के अवसर पर शहर के सभी मंदिरों को आकर्षक एवं भव्य ढंग से सजाया गया था।

विजेता रहे धानविक, मयंक और पूर्वी

अम्बाला शहर (हप्र) : मेरा कान्हा सबसे सुंदर प्रतियोगिता का आयोजन आरएलजी विद्या मंदिर स्कूल द्वारा लगातार सांतवें वर्ष भी बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस बार 137 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था जिसमें शहर के विभिन्न स्कूलों से 104 बच्चे कान्हा के रूप में प्रतिभागिता करने पहुंचे। प्रधानाचार्य अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि भारतीय संस्कृति एवं मान्यताओं के उत्थान हेतु आरएलजी विद्या मंदिर समय समय पर भारतीय त्योहारों को मना कर अपने छात्रों को पौराणिक परंपराओं से अवगत करवाते रहते हैं। विशिष्ट अतिथि उद्योगपति संजय रुगंटा पंचकूला, उद्योगपति प्रमोद गर्ग अम्बाला शहर, पूजा अग्रवाल समाज सेवी पंचकूला, हर्ष कुमार सेवा शिक्षा प्रमुख उत्तर क्षेत्र विद्या भारती ने दीप प्रज्वलन करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सरस्वती वंदना के बाद मेरा कान्हा सबसे सुंदर-7 की शुरुआत हुई। मीना गर्ग, प्रियंका अग्रवाल, राशि अग्रवाल, मंजू गर्ग एवं मीनाक्षी शर्मा ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान धानविक पुलिस डीएवी स्कूल, दूसरा स्थान मंयक पीकेआर स्कूल, तीसरा स्थान पूर्वी गोदियाल एंजल पब्लिक स्कूल ने प्राप्त किया।

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