शिक्षा समाज में फैले अंधविश्वास, सामाजिक बुराइयों को खत्म करने में मदद करती है : खरींडवा
बाबैन, 8 अप्रैल (निस)
श्री विश्वकर्मा पांचाल समाज सुधार सभा के प्रदेशाध्यक्ष एवं समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने कहा है कि शिक्षा ही जीवन का आधार है और बिना शिक्षा के मनुष्य का जीवन अर्थहीन व दिशाहीन हो जाता है। सफल जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व होता है। शिक्षा जीवन का आधार होती है, और शिक्षा से ही मनुष्य अपने जीवन मे अग्रसर होता है, सही गलत में अंतर कर सकते हैं। अगर बच्चों को उच्च एवं संस्कारित शिक्षा दी जाए तो बच्चा आगे चल कर अपने परिवार के साथ साथ देश एवं राष्ट्र हित में अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा।
उन्होंने कहा है कि शिक्षा समाज में फैले अंधविश्वास, भेदभाव और अन्य सामाजिक बुराइयों को खत्म करने में भी मदद करती है। समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा बाबैन में पत्रकारवार्ता को सम्बोधित करते हुए बोल रहे थे।
समाजसेवी साहब सिंह खरींडवा ने कहा है कि शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है। यह जीवन को समझने, समस्याओं को हल करने और समाज में सकारात्मक योगदान देने की कला है। यह एक सतत प्रक्रिया है जो न केवल तकनीकी कौशल और ज्ञान प्रदान करती है, बल्कि नैतिक मूल्यों, आत्मविश्वास और बौद्धिक विकास को भी बढ़ावा देती है। इसके अलावा, शिक्षा समाज में फैले अंधविश्वास, भेदभाव और अन्य सामाजिक बुराइयों को खत्म करने में भी मदद करती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बल पर ही बच्चे आगे बढ़ सकते हैं और देश को विकास के रास्ते तक ले जा सकते हैं।