शिक्षा के साथ विद्यालय में बच्चों को मिलते हैं संस्कार : महीपाल ढांडा
पानीपत, 12 दिसंबर (वाप्र)
सेवा भारती के 22 वर्षों से चल रहे विद्यालय में बच्चों को शिक्षा ही नहीं दी जा रही, बल्कि बच्चों के मन को अच्छे संस्कारों से शुद्ध भी किया जा रहा है। शुद्ध विचारों को लेकर ये बच्चे अच्छा मुकाम हासिल करें यही हमारी कामना है। शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने माता चन्द्रकांता सेवा स्मृति न्यास के मार्गदर्शन और सेवा भारती के सहयोग से संचालित संत ईश्वर ज्ञानदीप सेवाधाम के 22वें वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। वार्षिकोत्सव माता चंद्रकांता परिसर, जाटल रोड में सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देशभर से प्रतिष्ठित एवं गणमान्य लोगों ने भाग लिया। माता चंद्रकांता स्मृति सेवा न्यास के अध्यक्ष एवं विहिप दिल्ली प्रांत के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने उन बच्चों की बदलती जिंदगी पर प्रकाश डाला जो पहले वंचित और मुख्यधारा से विमुख थे। उन्होंने बताया कि माता जी चाहती थी कि किसी को कुछ देना है तो उन्हें शिक्षा दे, ताकि शिक्षित होकर देश और समाज की सेवा कर सके। इस अवसर पर बच्चों ने आध्यात्मिक और देशभक्ति से प्रेरित रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। छात्रों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी ने भी विशेष आकर्षण बटोरा। ज्ञानदीप सेवाधाम वंचित परिवारों और घुमन्तु जनजातियों के बच्चों के जीवन में परिवर्तन लाने का कार्य कर रहा है। जो बच्चे कभी कूड़ा बीनने का कार्य करते थे, आज शिक्षा और कला के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहे हैं। विद्यालय निःशुल्क शिक्षा, किताबें, यूनिफॉर्म और परिवहन की सुविधाएं उपलब्ध कराकर उनकी समग्र शिक्षा सुनिश्चित कर रहा है।