शाहाबाद मारकंडा, 26 अप्रैल (निस)विभिन्न क्षेत्रों में 29 राष्ट्रीय व 5 राज्य स्तरीय अवार्ड जीतने का गौरव प्राप्त शाहाबाद सहकारी चीनी मिल का 41वां गन्ना पेराई सत्र 2024-25 सम्पन्न हो गया। इस दौरान मिल ने 60.69 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर लगभग 250 करोड़ रुपए मूल्य की 5.96 लाख क्विंटल चीनी बनाई। इसके अलावा लगभग 20 करोड़ रुपए मूल्य की साढ़े तीन करोड़ यूनिट बिजली का भी उत्पादन किया और अतिरिक्त 9 करोड़ रुपए का इथनॉल भी बनाया। मिल के जिम्मे पेराई सत्रों 2021 से 2024 का बकाया नहीं है।28 मार्च, 2025 तक का 90.58 प्रतिशत भुगतान हो चुका है, शेष का शीघ्र कर दिया जाएगा। भुगतान क्षेत्र में मिल अव्वल है। मिल की उपलब्धियों में मुख्य हैं जिनमें मिल ने 6 मृतक कर्मचारियों के बच्चों को स्थाई नौकरी देने के अलावा बरसों से बाट जोह रहे 50 कर्मचारियों को पदोन्नत व लगभग 30 कर्मचारियों को नियमित भी किया है। मिल में अटल किसान मजदूर कैंटीन बहुत ही सर्वप्रिय रही है जहां मात्र 10 रुपए प्रति थाली देकर पेट भर स्वादिष्ट व पौष्टिक खाना उपलब्ध रहा है।दक्षिण भारत के अध्ययन टूर पर जायेंगे कर्मचारीमिल के एम.डी. वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि मिल के 100 कर्मचारी 1 मई से 13 मई तक दक्षिण भारत के गन्ना व चीनी उत्पादन बाहुल्य क्षेत्रों का अध्ययन टूर करेंगे जहां से वह नए अनुभव लेकर लौटेंगे। इसमें यूनियन कर्मचारियों व एस.डी.ओ. आदि शामिल होंगे।एम.डी. ने किसानों से अधिक गन्ना उत्पादन करने को कहा ताकि मिल 70 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य प्राप्त कर सके। मिल के जरूरतमंद कर्मियों के लिए मिल ने एंबुलेंस की व्यवस्था की है।