वृद्धि रहेगी कायम, नीचे आएगी महंगाई
मुंबई, 30 मई (एजेंसी)
मजबूत व्यापक आर्थिक नीतियों और जिंस कीमतों में नरमी के चलते देश की वृद्धि की गति 2023-24 में बरकरार रहेगी। भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में यह संभावना जताई है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति में कमी की उम्मीद भी है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि धीमी वैश्विक वृद्धि, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक वित्तीय प्रणाली में दबाव के कारण अगर वित्तीय बाजार में अस्थिरता होती है, तो इससे वृद्धि के लिए नकारात्मक जोखिम पैदा हो सकते हैं। वैश्विक अनिश्चितताओं के बने रहने से विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) प्रवाह अस्थिर रह सकता है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि अच्छी त्योहारी मांग और पूंजीगत व्यय पर सरकार के जोर से वृद्धि को समर्थन मिला। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022-23 में देश की वास्तविक जीडीपी 7 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है।
युद्ध-आपदा में भी काम करेगा नया पेमेंट सिस्टम
भारतीय रिजर्व बैंक ऐसी भुगतान प्रणाली तैयार कर रहा है जो किसी भी परिस्थिति में काम करेगी। प्राकृतिक आपदाओं और युद्ध जैसी विनाशकारी घटनाओं के दौरान महत्वपूर्ण लेनदेन के लिए यह प्रणाली उपयोगी होगी। केंद्रीय बैंक के अनुसार प्रस्तावित ‘लाइट वेट एंड पोर्टेबल पेमेंट सिस्टम’ पारंपरिक प्रौद्योगिकियों से अलग होगा और इसे बहुत कम कर्मचारी कहीं से भी संचालित कर सकेंगे। बड़ी मात्रा में भुगतान के लिए आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट), एनईएफटी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर) और यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) जैसी मौजूदा प्रणालियां उन्नत आईटी अवसंरचना और जटिल तारों के नेटवर्क पर निर्भर हैं। प्राकृतिक आपदाओं और युद्ध जैसी भयावह घटनाओं में ये प्रणालियां अस्थायी रूप से बंद हो सकती हैं। इसलिए, इस तरह की विषम परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार रहने में समझदारी है।