विश्व भर के लिए चुनाव वर्ष था 2024
साल-2024 में सत्ता परिवर्तन का दौर चला। अमेरिका, ब्रिटेन व मैक्सिको में चुनावों के जरिये नयी सरकारें बनीं। वहीं कई शासकों को आंतरिक अशांति के चलते देश छोड़ना पड़ा। रूस-यूक्रेन के अलावा इस्राइल-हमास में जारी युद्ध पड़ोस तक पहुंचे। भूकंप, तूफान व बाढ़ ने भी कहर बरपाया। दहलाने वाली घटना थी ईरान में जनरल सोलेमानी को सपुर्द-ए-ख़ाक करने के मौके पर विस्फोटों में 95 लोगों का मारा जाना। इसी तरह मॉस्को में संगीत कार्यक्रम के दौरान आतंकी हमले में 137 लोगों की मौत। साल के दो अहम वाकये चुपचाप घटित हुए-पहला विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे की ब्रिटिश जेल से रिहाई और दूसरा स्वीडन का तटस्थता की नीति छोड़ नाटो में शामिल होना। वहीं सकारात्मक इवेंट के तौर पर ओलंपिक्स व 20-ट्वेंटी वर्ल्ड कप को याद कर सकते हैं।
पुष्परंजन/लेखक विदेश मामलों के जानकार हैं
यह वर्ष ऐतिहासिक चुनावों, और वैश्विक अशांति की वजह से याद किया जाएगा। करीब 60 से अधिक देशों में लोग, जो दुनिया की लगभग 50 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं, 2024 में मतदान करने गए। मैक्सिको और ब्रिटेन में मतदाताओं ने नए नेताओं को चुना, जबकि एक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को व्हाइट हाउस में दूसरे कार्यकाल के लिए एंट्री मिली। रूस-यूक्रेन युद्ध के तीसरे वर्ष में प्रवेश करने, और इस्राइल-हमास युद्ध का असर ईरान और अगल-बगल के देशों में होने के साथ ही सैन्य संघर्ष जारी रहा। कई प्राकृतिक आपदाओं ने भी सुर्खियां बटोरीं, जिनमें सबसे खास तूफान हेलेन और स्पेन में बाढ़ थी। एक जनवरी 2024 को जापान के पश्चिमी तट सुज़ू में 7.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 475 लोगों की मौत हो गई, और 100 से ज़्यादा लोग घायल हो गए।
ये रहे प्रमुख घटनाक्रम
1 जनवरी 2024 को मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और यूएई ‘ब्रिक्स’ के सदस्य बन गए। 3 जनवरी को ईरान के केरमान में कासिम सोलेमानी को सपुर्द-ए-ख़ाक किये जाने के दौरान दो विस्फोटों में कम से कम 95 लोग मारे गए। 23 फरवरी 2024 को जर्मन संसद ने भांग को वैध बनाने के लिए मतदान किया, 407 वोटों के मुकाबले 226 सांसदों ने विरोध में वोट डाले।
फ्रांस : गर्भपात को वैधता देने वाला प्रथम देश
3 मार्च 2024 को बुर्किना फासो के तीन उत्तरी गांवों में सशस्त्र समूहों द्वारा लगभग 170 लोगों को मार डाला गया। 4 मार्च को फ्रांस दुनिया का पहला देश बना, जिसने गर्भपात को वैध बताया। 7 मार्च को उत्तर-पश्चिमी नाइजीरिया के कुरिगा शहर में 300 से अधिक बच्चों को उनके स्कूल से अगवा कर लिया गया। 7 मार्च को स्वीडन आधिकारिक तौर पर नाटो गठबंधन के 32वें सदस्य के रूप में शामिल हो गया। स्वीडन तटस्थता की अपनी 200 साल पुरानी नीति को त्याग चुका है। 19 मार्च को संयुक्त राष्ट्र द्वारा फिनलैंड को लगातार सातवें वर्ष दुनिया का सबसे खुशहाल देश बताया गया है, जबकि अफगानिस्तान सबसे निचले स्थान पर है। 22 मार्च 2024 को मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल में एक संगीत कार्यक्रम के दौरान आतंकवादी हमले में 137 लोगों की मौत हो गई, जिसकी ज़िम्मेदारी इस्लामिक स्टेट समूह ने ली।
ईरान के राष्ट्रपति की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु
2 अप्रैल को लुइस मोंटेनेग्रो के नेतृत्व में पुर्तगाली सेंटर-राइट अल्पसंख्यक सरकार ने शपथ ली। 19 मई, 2024 को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई। सुधार-उन्मुख राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन को जुलाई में उनकी जगह लेने के लिए चुना गया। 29 मई, 2024 को दक्षिण अफ्रीका का चुनाव हुआ। 30 मई, 2024 डोनाल्ड ट्रम्प को व्यावसायिक रिकॉर्ड में हेराफेरी करने के 34 गंभीर मामलों में दोषी पाया गया। वह किसी अपराध के लिए दोषी ठहराए जाने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बताये गए।
जूलियन असांजे ब्रिटिश जेल से रिहा
5 जून, 2024 को बोइंग स्टारलाइनर लॉन्च किया गया। उसके अगले दिन अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर डॉक करना पड़ा। 25 जून, 2024 को विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को एक ब्रिटिश जेल से रिहा कर दिया गया, उन्हें अपने देश ऑस्ट्रेलिया लौटने की अनुमति दी गई।
भारत ने जीता अपना दूसरा टी-20 विश्व कप
25 जून, 2024 को चीन का चंद्र शोध यान ‘ चांग’ई-6’ चंद्रमा के दूर के हिस्से से पहला नमूना लेकर पृथ्वी पर वापस आ गया। 29 जून, 2024 को भारत ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर अपना दूसरा टी-20 विश्व कप जीता।
लेबर पार्टी नेता कीर स्टारमर बने यूके प्रधानमंत्री
5 जुलाई, 2024 को लेबर पार्टी के नेता कीर स्टारमर कंजर्वेटिव पार्टी के ऋषि सुनक की जगह यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री बने। 13 जुलाई, 2024 को पेंसिल्वेनिया में एक अभियान कार्यक्रम के दौरान गोलीबारी में ट्रम्प के कान में चोट लगी। 26 जुलाई, 2024 को पेरिस में ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई।
बांग्लादेश में प्रदर्शन : पीएम शेख हसीना ने देश छोड़ा
5 अगस्त, 2024 को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को विरोध प्रदर्शनों के दौरान देश छोड़कर भारत में शरण लेनी पड़ी। उसके कई दिनों बाद, नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस देश के अंतरिम नेता बन गए।
ब्राजील ने एक्स को किया ब्लॉक
30 अगस्त, 2024 को वेबसाइट पर बड़े पैमाने पर गलत सूचना के कारण ब्राजील ने एक्स (पहले ट्विटर) को ब्लॉक कर दिया। अक्तूबर में तब प्रतिबंध हटाया, जब एक्स ने कुछ खातों को बंद करने पर सहमति व्यक्त की। 26 सितंबर, 2024 को तूफान ‘हेलेन’ फ्लोरिडा में आया, जिससे पूरे क्षेत्र में व्यापक तबाही हुई, जिसमें 230 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
1 अक्तूबर, 2024 को क्लाउडिया शीनबाम ने मेक्सिको की पहली महिला राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। 13 अक्तूबर, 2024 को स्पेस-एक्स ने स्टारशिप लॉन्च किया। 29 अक्तूबर, 2024 को पूर्वी स्पेन में भारी बारिश के बाद भीषण बाढ़ में 200 से ज़्यादा लोग मारे गए।
3 नवंबर, 2024 को अमेरिकी निर्माता और संगीतकार क्विंसी जोन्स का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया। 5 नवंबर, 2024 को डेलावेयर की डेमोक्रेट सारा मैकब्राइड अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं ; वह कांग्रेस की पहली खुले तौर पर ट्रांसजेंडर सदस्य बनीं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीता
5 नवंबर, 2024 को डोनाल्ड ट्रम्प ने कमला हैरिस को हराकर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीता। 12 नवंबर, 2024 को कैंटरबरी के आर्चबिशप जस्टिन वेल्बी ने चर्च ऑफ इंग्लैंड के भीतर बाल शोषण के आरोपों से निपटने की आलोचना के बीच इस्तीफा दे दिया।
सीरिया : बशर अल-असद को देश छोड़कर भागना पड़ा
सीरिया में 13 साल के गृहयुद्ध के बाद 8 दिसंबर, 2024 को बशर अल-असद को देश छोड़कर भागना पड़ा। असद को परिवार समेत रूस में शरण लेनी पड़ी। 15 दिसंबर 2024 को, विश्व प्रसिद्ध तबलानवाज़ ज़ाकिर हुसैन का 73 वर्ष की आयु में सैन फ्रांसिस्को में निधन हो गया।
बाक्स... विश्व ग्राम की अवधारणा को संबल
2015 में पीएम नरेंद्र मोदी ने 28 देशों की यात्रा की थी। यह कीर्तिमान अब तक टूटा नहीं। साल 2024 में एक साथ तीन-तीन देशों की यात्रा के बाद भी उनका पिछला रिकॉर्ड नहीं टूट पाया। साल 2024 में पीएम मोदी कुल जमा 16 देशों की यात्रा कर पाए। शायद, उसकी वजह आम चुनाव भी रही है। 13 से 15 फरवरी 2024 को पीएम मोदी ‘बीएपीएस’ हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने क़तर गए थे। उस दौरान, भारत और यूएई के बीच कई महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किये गए। फिर 22-23 मार्च को पीएम मोदी का भूटान प्रस्थान। प्रधानमंत्री मोदी ने भूटानी प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे के निमंत्रण पर भूटान की राजकीय यात्रा की, और भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ‘ऑर्डर ऑफ द ड्रैगन किंग’ से सम्मानित हुए। फिर पांच माह उन्होंने कोई विदेश यात्रा नहीं की। आम चुनाव के चलते व्यस्तता रही । नई सरकार के गठन के बाद, 13-14 जून को 50वें जी7 शिखर सम्मेलन के लिए पीएम मोदी, फ़सानो (इटली) गए।
उसके अगले माह, 8-9 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी ने 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शरीक होने के लिए रूस की आधिकारिक यात्रा की। यात्रा के दौरान, उन्हें राष्ट्रपति पुतिन द्वारा ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू’ से सम्मानित किया गया। उन्होंने मास्को में अज्ञात सैनिकों की समाधि पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। उस दौरान, रूस में कज़ान और येकातेरिनबर्ग शहरों में दो नए भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की गई। 9-10 जुलाई 2024 को पीएम मोदी ने ऑस्ट्रिया की आधिकारिक यात्रा की। विएना में ऑस्ट्रियाई राष्ट्रपति अलेक्जेंडर फॉन देयर बेलन और चांसलर कार्ल नेहमर से मुलाकात की। पीएम मोदी ने वियना में भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत की। यह 41 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली ऑस्ट्रिया यात्रा थी। उसके अगले महीने वारसॉ में 21-22 अगस्त को पीएम मोदी भारत-पोलैंड संबंध मज़बूत करने पहुंचे। पीएम मोदी ने पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क, और पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मुलाकात की। यात्रा के दौरान, उन्होंने वारसॉ में अज्ञात सैनिकों की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की, और कई प्रमुख पोलिश इंडोलॉजिस्ट और व्यापारिक नेताओं से मुलाकात की। यह 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा थी। इससे भारत और पोलैंड के बीच द्विपक्षीय संबंध एक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ गए। टू नेशन यात्रा के क्रम में पीएम मोदी पोलैंड के प्रकारांतर, 23-24 अगस्त को यूक्रेन पहुंचे और राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रीय संग्रहालय का भी दौरा किया। कीव में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। हिंदी भाषा सीख रहे यूक्रेनी छात्रों से बातचीत की, और चल रहे रूस-यूक्रेनी युद्ध के मद्देनजर भारत की ओर से यूक्रेनी सरकार को मानवीय सहायता प्रदान की। 1991 में यूक्रेन की स्वतंत्रता और 1992 में भारत-यूक्रेन राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से, यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूक्रेन यात्रा थी।
एक राउंड में दो देशों की अगली यात्रा 3-4 सितंबर को ब्रूनेई की थी। पीएम मोदी ने ब्रुनेई के सुल्तान और प्रधानमंत्री हसनल बोल्किया से मुलाकात की। यात्रा के दौरान, उन्होंने भारतीय उच्चायोग के नए चांसरी परिसर का भी उद्घाटन किया, भारतीय प्रवासियों से बातचीत की, और उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का दौरा किया। ब्रुनेई, किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। ब्रूनेई से वापसी में पीएम मोदी ने सिंगापुर में 4–5 सितंबर को प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग, सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शानमुगरतनम, सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्री और पूर्व प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, और एमेरिटस वरिष्ठ मंत्री गोह चोक टोंग से मुलाकात की। उन्होंने एक प्रमुख सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ‘एईएम सिंगापुर’ का भी दौरा किया। इस यात्रा में पीएम मोदी ने सिंगापुरी निवेशकों और व्यापारिक नेताओं के साथ बातचीत की, और सिंगापुर में अपनी तरह के पहले तिरुवल्लुवर सांस्कृतिक केंद्र की स्थापना की घोषणा की। हर साल की तरह पीएम मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21-23 सितंबर 2024 को उपस्थित दिखे। उन्होंने 21 सितंबर को विलमिंगटन, डेलावेयर में क्वाड लीडर्स समिट में भाग लिया। 22 सितंबर को नासाउ कोलिज़ीयम में भारतीय अमेरिकियों की एक सभा को संबोधित किया और अमेरिकी कंपनियों के सीईओ के साथ बातचीत मुकम्मल की। 23 सितंबर को, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में शिखर सम्मेलन को संबोधित करने के बाद कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। पीएम मोदी उसके अगले महीने लाओस के वियनतियाने गए, जहां 10-11 अक्तूबर को उन्नीसवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन को सम्बोधित किया। उसके बाद , रूस के कज़ान में 22-24 अक्तूबर को 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने शिरकत की।
नवम्बर में नरेंद्र मोदी ने तीन देशों की निरंतर यात्राएं की। 16-17 नवंबर 2024 को पीएम मोदी अबुजा ( नाइजीरिया ) की राजकीय यात्रा पर पहुंचे। उसके बाद उन्होंने ब्राज़ील के रियो डी जनेरियो में 18-19 नवंबर 2024 को जी-20 शिखर सम्मेलन को सम्बोधित किया। नवम्बर में पीएम मोदी का तीसरा पड़ाव था गुयाना, जहां जॉर्जटाउन में 19-21 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन की शोभा बढ़ाई। प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्र बताते हैं, कि 2014 से दिसंबर 2024 तक, पीएम नरेन्द्र मोदी ने कुल जमा 83 विदेश यात्राएं की हैं, जिनमें 72 देशों का दौरा संलग्न है। इन यात्राओं में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेना भी शामिल है।