वातावरण शुद्धि के लिए यज्ञ सबसे कारगर उपाय : हरिओम महाराज
04:48 AM Jan 06, 2025 IST
हिसार, 5 जनवरी (हप्र) : खबरें बता रही हैं कि प्रदूषण के कारण हमारी वायु सांस लेने लायक भी नहीं रही। भारत के वातावरण को अगर हमें सांस लेने लायक बनाना है तो यज्ञ ही एकमात्र उपाय है। यज्ञ ही विश्व में कोरोना को दोबारा आने से रोक सकता है। यह विज्ञान भी प्रमाणित कर चुका है कि गाय के घी व औषधियों सहित 1 घंटा यज्ञ किया जाए तो इससे आसपास की 100 यार्ड में एक महीने तक वातावरण को संक्रमण मुक्त किया जा सकता है। यह बात जगतगुरु त्रिपुरा पीठाधीश्वर हरिओम महाराज ने अग्रसेन भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। हरिओम महाराज आगामी 18 से 27 मार्च, तक कुरुक्षेत्र के केशव (थीम) पार्क में प्रस्तावित नौ दिवसीय 1008 कुंडीय शिव-शक्ति महायज्ञ का निमंत्रण देने जागृति यात्रा के तहत हिसार पहुंचे थे।
हिसार, 5 जनवरी (हप्र) : खबरें बता रही हैं कि प्रदूषण के कारण हमारी वायु सांस लेने लायक भी नहीं रही। भारत के वातावरण को अगर हमें सांस लेने लायक बनाना है तो यज्ञ ही एकमात्र उपाय है। यज्ञ ही विश्व में कोरोना को दोबारा आने से रोक सकता है। यह विज्ञान भी प्रमाणित कर चुका है कि गाय के घी व औषधियों सहित 1 घंटा यज्ञ किया जाए तो इससे आसपास की 100 यार्ड में एक महीने तक वातावरण को संक्रमण मुक्त किया जा सकता है। यह बात जगतगुरु त्रिपुरा पीठाधीश्वर हरिओम महाराज ने अग्रसेन भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। हरिओम महाराज आगामी 18 से 27 मार्च, तक कुरुक्षेत्र के केशव (थीम) पार्क में प्रस्तावित नौ दिवसीय 1008 कुंडीय शिव-शक्ति महायज्ञ का निमंत्रण देने जागृति यात्रा के तहत हिसार पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि यज्ञ को सनातन में सर्वश्रेष्ठ कर्म बताया गया है क्योंकि प्रकृति के मूल स्वरूप की रक्षा व प्रदूषण मुक्त वातावरण के लिए यज्ञ ही एकमात्र उपाय है। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक एवं अग्रसेन भवन हिसार के प्रधान अंजनी कुमार खारिया ने कहा कि कुरुक्षेत्र में होने वाले 1008 कुंडीय महायज्ञ में सभी राज्यों व हरियाणा के जिलों में सबसे ज्यादा सहयोग व कुंडों का निर्माण एवं संचालन होगा।
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