वर्ष 2030 तक 15,500 मीट्रिक टन शहद के उत्पादन का लक्ष्य : श्याम सिंह राणा
चंडीगढ़, 17 फरवरी (ट्रिन्यू)
कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि प्रदेश में फसल विविधिकरण की तरफ कदम बढ़ाते हुए मधुमक्खी पालन व्यवसाय पर जोर दिया जा रहा है। मधुमक्खी पालन नीति भी बनाई है। ऐसी नीति बनाने वाला हरियाणा पहला राज्य है। राज्य सरकार ने वर्ष 2030 तक प्रदेश में 15 हजार 500 मीट्रिक टन शहद के उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
कैबिनेट मंत्री ने सोमवार को यहां बताया कि प्रदेश में मधुमक्खी पालन की गतिविधियों, - शहद उत्पादन, गुणवत्ता मूल्यांकन को बढ़ावा देने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया है। कार्यक्रम के तहत मधुमक्खी पालकों को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि मधुमक्खी पालन नीति (2021) तैयार करने वाला हरियाणा पहला राज्य है। इस नीति के अंतर्गत विभिन्न गुणवत्ता हस्तक्षेपों के माध्यम से गुणवत्तापरक शहद उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से 10 वर्षीय कार्य योजना बनाई है। योजना के अंतर्गत शहद का उत्पादन वर्तमान 4500 मीट्रिक टन से बढ़ा कर वर्ष 2030 के अंत तक 15,500 मीट्रिक टन करने का लक्ष्य है। कृषि मंत्री ने बताया कि कुरुक्षेत्र जिला के रामनगर में एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केंद्र स्थापित किया है।